
#गिरिडीह #सड़कदुर्घटना : पीरटांड़ प्रखंड के हरलाडीह के पास दो बाइकों की जबरदस्त भिड़ंत, मौके पर मौत
- पीरटांड़ प्रखंड के हरलाडीह में दो बाइकों की सीधी टक्कर।
- तेज रफ्तार के कारण दोनों बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त।
- हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत।
- हेलमेट न पहनने से सिर में गंभीर चोट आई।
- पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की।
गिरिडीह। जिले के पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत डुमरी मुख्य पथ पर सोमवार को एक भयावह सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। हरलाडीह के पास तेज रफ्तार से आ रही दो बाइकों की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई, जिससे दोनों बाइक सवारों की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि एक बाइक दो टुकड़ों में बंट गई, जबकि दूसरी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
मौके पर अफरा-तफरी, ग्रामीणों ने की पुलिस को सूचना
घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक दोनों युवक दम तोड़ चुके थे। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि दोनों ही युवक बिना हेलमेट के बाइक चला रहे थे और तेज रफ्तार में नियंत्रण खो बैठे, जिससे यह हादसा हुआ। सूचना मिलते ही पीरटांड़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल गिरिडीह भेजा गया।
तेज रफ्तार बनी मौत की वजह
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सड़क पर वाहनों की रफ्तार काफी अधिक थी और दोनों बाइकें कर्व पर आने के दौरान भिड़ गईं। हादसे के बाद सड़क पर कई फीट तक खून के निशान दिखाई दिए। पुलिस ने दोनों बाइकों को जब्त कर लिया है और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
एक ग्रामीण ने कहा: “अगर दोनों युवक हेलमेट पहने होते तो शायद उनकी जान बच जाती। सड़क पर रफ्तार की होड़ आखिर किस लिए?”
सड़क सुरक्षा को लेकर फिर उठा सवाल
यह हादसा एक बार फिर झारखंड के ग्रामीण इलाकों में सड़क सुरक्षा की लापरवाही को उजागर करता है। जहां लोग आज भी हेलमेट को बोझ समझते हैं, वहीं इसी लापरवाही के कारण हर साल सैकड़ों परिवारों का सहारा छिन जाता है।
न्यूज़ देखो: रफ्तार की हद से बढ़ी मौत की रफ्तार
यह घटना केवल एक हादसा नहीं बल्कि चेतावनी है। झारखंड के ग्रामीण इलाकों में जहां सड़कें अब बेहतर हो रही हैं, वहीं तेज रफ्तार का दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है। सरकार और प्रशासन को हेलमेट चेकिंग और सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान को और मजबूत करने की जरूरत है।
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सावधानी ही सुरक्षा है
मां-बाप अपने बच्चों को तेज रफ्तार बाइक नहीं दें, क्योंकि रफ्तार कभी साथी नहीं बनती। हेलमेट पहनना जीवन की ढाल है, इसे नज़रअंदाज़ न करें। जोश में होश न खोएं। अगर आप बाइक चलाते हैं, तो नियमों का पालन करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और सड़क सुरक्षा की जागरूकता को आगे बढ़ाएं — ताकि कोई और मां-बाप अपने जिगर के टुकड़े को यूं न खोए।