
#दुमका #सड़क_दुर्घटना : सरैयाहाट थाना क्षेत्र में कोटठया के पास तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराने से दो युवकों की मौत और तीन गंभीर रूप से घायल।
- कोटठया, सरैयाहाट थाना क्षेत्र में सुबह भीषण सड़क हादसा।
- शुभोदीप राँय (32) और मोहम्मद आसिफ (24) की मौके पर मौत।
- मोहम्मद मिराज, मोहम्मद साबिर, मोहम्मद इम्तियाज गंभीर रूप से घायल।
- सभी युवक लखीकुंडी, दुमका के निवासी थे।
- हादसा देवघर से लौटने के दौरान तेज रफ्तार कार पेड़ से टकराने से हुआ।
- पीजेएमसीएच दुमका में घायलों का इलाज जारी—अस्पताल में भीड़ उमड़ी।
दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत कोटठया के पास सोमवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें दुमका शहर के लखीकुंडी मोहल्ले के दो युवकों की मौत हो गई और तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल और पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों व स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मृतकों में शुभोदीप राँय (32) और मोहम्मद आसिफ (24) शामिल हैं, जबकि गंभीर रूप से घायल मोहम्मद मिराज, मोहम्मद साबिर और मोहम्मद इम्तियाज का इलाज पीजेएमसीएच में चल रहा है। घटना के बाद पूरे लखीकुंडी मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है।
कैसे हुआ हादसा
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सभी युवक देवघर से वापस लौट रहे थे। कोटठया स्थित टोल प्लाजा के पास उनकी कार अचानक तेज रफ्तार में अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और मौके पर ही दो युवकों की जान चली गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायलों को पीजेएमसीएच भेजा गया।
मृतकों की पहचान और परिवारों में मातम
दुर्घटना में जान गंवाने वाले शुभोदीप राँय और मोहम्मद आसिफ लखीकुंडी मोहल्ले के सक्रिय और लोकप्रिय युवक माने जाते थे। उनके निधन की खबर जैसे ही मोहल्ले में पहुंची, पूरे इलाके में सन्नाटा छा गया। परिवार के लोग रो-रोकर बेहाल हैं। अंतिम संस्कार की तैयारी के लिए परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां भारी भीड़ लग गई।
घायलों की स्थिति और चिकित्सा व्यवस्था
घायल युवकों मोहम्मद मिराज, मोहम्मद साबिर, और मोहम्मद इम्तियाज को गंभीर हालत में पीजेएमसीएच दुमका में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की एक टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि घायलों की हालत नाजुक है और आवश्यक उपचार तेजी से किया जा रहा है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच
स्थानीय थाना पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और क्षतिग्रस्त वाहन को अपने कब्जे में लिया। पुलिस के अनुसार प्राथमिक जांच में वाहन की तेज रफ्तार को दुर्घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। पुलिस ने बताया कि घटनाक्रम की विस्तृत जांच की जाएगी।
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल
दुमका की यह दुर्घटना फिर याद दिलाती है कि तेज रफ्तार सड़क हादसों का सबसे बड़ा कारण बनी हुई है। उत्तरदायी ड्राइविंग और सड़क सुरक्षा के प्रति सतर्कता की कमी कई घरों को उजाड़ रही है। प्रशासन को ऐसे दुर्घटना-प्रवण क्षेत्रों में संकेतक, स्पीड कंट्रोल और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। सड़क सुरक्षा केवल नियम नहीं, बल्कि जीवन रक्षा का संकल्प है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सड़क सुरक्षा जागरूकता अब समय की मांग
दुमका का यह हादसा हमें चेतावनी देता है कि सड़क पर एक पल की लापरवाही कितने परिवारों को हमेशा के लिए दर्द दे सकती है। जिम्मेदार ड्राइविंग, हेलमेट–सीटबेल्ट का उपयोग और गति सीमा का पालन जीवन बचाने की मूल कुंजी है। आइए, सड़क सुरक्षा को व्यक्तिगत आदत बनाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें। अपनी राय कमेंट में लिखें, इस खबर को साझा करें और सड़क सुरक्षा जागरूकता को अपने समाज तक पहुंचाएं।





