- पुलिस उग्रवादियों को समाज की मुख्य धारा में वापस लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
- झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति की जानकारी उग्रवादियों के परिवारों को दी जा रही है।
- गढ़वा पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय और अपर पुलिस अधीक्षक राहुलदेव बड़ाइक ने लवाही कला गांव का दौरा किया।
- भाकपा माओवादी जोनल कमांडर राजू भुइयां के परिवार से बातचीत कर उन्हें आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया गया।
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय और अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) राहुलदेव बड़ाइक ने सोमवार को डंडई थाना क्षेत्र के लवाही कला गांव में भाकपा माओवादी सब जोनल कमांडर राजू भुइयां के घर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने राजू भुइयां की पत्नी और मां से मुलाकात की।
आत्मसमर्पण नीति का परिचय:
पुलिस अधिकारियों ने झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति के लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों को सरकारी योजनाओं और पुनर्वास कार्यक्रमों का लाभ मिलेगा।
परिवार का आश्वासन:
राजू भुइयां की पत्नी और मां ने पुलिस को आश्वासन दिया कि वे उन्हें आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करेंगी। परिवार ने निकट भविष्य में राजू भुइयां के आत्मसमर्पण की संभावना जताई है।
समस्याओं का समाधान:
पुलिस अधीक्षक ने परिवार की समस्याओं की जानकारी ली और उन्हें उनके समाधान का भरोसा दिलाया।
यह पहल समाज में शांति और विकास सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे ही ताजा खबरों के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।