#गिरिडीह #सेंट्रलजेलघटना – अपहरण मामले में जेल में बंद युवक ने की आत्महत्या की कोशिश, जेल प्रशासन की सतर्कता से बची जान
- गिरिडीह जेल में 20 वर्षीय नवीन मिस्त्री ने किया आत्महत्या का प्रयास
- गावां थाना क्षेत्र का रहने वाला था युवक, हाल ही में खुद किया था आत्मसमर्पण
- नाबालिग लड़की को लेकर हैदराबाद भाग गया था आरोपी युवक
- गिरफ्तारी के डर से 3 दिन पहले पुलिस के सामने किया था सरेंडर
- घटना के बाद युवक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, हालत स्थिर
प्रेम प्रसंग का मामला बना कानूनी विवाद
गिरिडीह सेंट्रल जेल में शनिवार देर शाम एक विचाराधीन कैदी नवीन मिस्त्री ने आत्महत्या की कोशिश की। युवक गावां थाना क्षेत्र के सेरुआ गांव का रहने वाला है और नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में न्यायिक हिरासत में था। जानकारी के मुताबिक, 20 वर्षीय नवीन मिस्त्री कुछ दिनों पहले एक नाबालिग लड़की को लेकर हैदराबाद भाग गया था, जहां दोनों ने विवाह भी कर लिया था।
तीन दिन पहले खुद किया था आत्मसमर्पण
जब लड़की के परिजनों ने गावां थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई, तो थाना प्रभारी अभिषेक कुमार के नेतृत्व में छापेमारी अभियान तेज कर दिया गया। पुलिस की दबिश से घबराकर नवीन मिस्त्री ने तीन दिन पहले खुद लड़की के साथ थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। लड़की को उसके परिजनों को सौंप दिया गया, जबकि युवक को जेल भेज दिया गया था।
जेल में तनाव के बीच उठाया आत्मघाती कदम
शनिवार को जेल में किसी समय नवीन मिस्त्री ने आत्महत्या की कोशिश की, जिसकी सूचना मिलते ही जेल अधीक्षक हिमानी कश्यप और अन्य अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा। फिलहाल नवीन अस्पताल के वार्ड में इलाजरत है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
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न्यूज़ देखो हर उस खबर को प्राथमिकता से आप तक पहुंचाता है जो प्रशासनिक सतर्कता, मानव अधिकारों और कानूनी प्रक्रियाओं से जुड़ी हो। गिरिडीह जेल की यह घटना न केवल एक प्रशासनिक चुनौती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और कैदी सुरक्षा के मुद्दे पर भी सोचने का समय है — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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