
#गुमला #कांग्रेसस्थापनादिवस : असंगठित कामगार कांग्रेस ने ध्वजारोहण कर विचारधारा को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 140वें स्थापना दिवस पर गुमला जिले में असंगठित कामगार कांग्रेस द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाध्यक्ष सह 20 सूत्री सदस्य मुख्तार आलम के आवास पर ध्वजारोहण कर संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की ऐतिहासिक भूमिका और असंगठित कामगारों के हितों के लिए संघर्ष को दोहराया। कार्यक्रम का उद्देश्य संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने और जनहित के मुद्दों पर एकजुटता दिखाना रहा।
- गुमला में असंगठित कामगार कांग्रेस ने 140वां स्थापना दिवस उत्साहपूर्वक मनाया।
- मुख्तार आलम, जिलाध्यक्ष सह 20 सूत्री सदस्य, के आवास पर हुआ ध्वजारोहण।
- कार्यक्रम में संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का सामूहिक संकल्प।
- असंगठित कामगारों के अधिकारों और संगठन विस्तार पर हुई चर्चा।
- कांग्रेस की विचारधारा और इतिहास को आगे बढ़ाने का आह्वान।
- बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय गणमान्य रहे उपस्थित।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 140वें ऐतिहासिक स्थापना दिवस का आयोजन गुमला जिले में पूरे उत्साह और राजनीतिक चेतना के साथ किया गया। जिले के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए कार्यक्रम आयोजित किए। इसी क्रम में असंगठित कामगार कांग्रेस की ओर से जिलाध्यक्ष सह 20 सूत्री सदस्य मुख्तार आलम के आवास पर ध्वजारोहण कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत कांग्रेस के ध्वजारोहण के साथ हुई। जैसे ही पार्टी का ध्वज फहराया गया, कार्यकर्ताओं ने “कांग्रेस जिंदाबाद” और “संविधान जिंदाबाद” के नारे लगाकर पूरे वातावरण को जोश और ऊर्जा से भर दिया। इस दौरान कांग्रेस की ऐतिहासिक भूमिका, स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान और सामाजिक न्याय की लड़ाई को याद किया गया। उपस्थित लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निरंतर सक्रिय रहेंगे।
ध्वजारोहण के साथ विचारधारा का पुनः संकल्प
असंगठित कामगार कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुख्तार आलम ने ध्वजारोहण के बाद उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस केवल एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि एक जीवंत विचार है, जिसने देश को स्वतंत्रता दिलाने से लेकर संविधान निर्माण और लोकतंत्र की मजबूती तक अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में जब संविधानिक मूल्यों पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
मुख्तार आलम ने कहा: “कांग्रेस केवल एक राजनीतिक दल नहीं है, बल्कि यह समावेशी भारत की पहचान और एक साझा विचार है। आज हम सभी यह संकल्प लेते हैं कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे।”
असंगठित कामगारों के हितों पर विशेष चर्चा
कार्यक्रम के दौरान असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों, श्रमिकों और कामगारों की समस्याओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि देश की बड़ी आबादी असंगठित क्षेत्र से जुड़ी है, लेकिन आज भी उन्हें मूलभूत अधिकार, सामाजिक सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन के लिए संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में असंगठित कामगार कांग्रेस की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
मुख्तार आलम ने कहा कि संगठन का उद्देश्य केवल राजनीतिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि असंगठित कामगारों की आवाज को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना भी है। उन्होंने बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने, नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने और मजदूरों के अधिकारों के लिए निरंतर आंदोलन करने पर जोर दिया।
संगठन विस्तार और आगामी रणनीति
स्थापना दिवस के अवसर पर संगठनात्मक मजबूती को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया। कार्यकर्ताओं ने सुझाव दिया कि गांव, पंचायत और वार्ड स्तर पर नियमित बैठकें आयोजित की जाएं, ताकि असंगठित क्षेत्र के कामगारों की समस्याओं को सीधे समझा जा सके। इसके साथ ही कानूनी जागरूकता, श्रम कानूनों की जानकारी और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ को आम लोगों तक पहुंचाने की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
कार्यक्रम में यह भी तय किया गया कि आने वाले दिनों में जनसंवाद कार्यक्रम, श्रमिक सम्मेलन और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे, जिससे कांग्रेस की विचारधारा और असंगठित कामगार कांग्रेस की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह और एकजुटता
कार्यक्रम के दौरान मौजूद कार्यकर्ताओं और स्थानीय गणमान्य लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। सभी ने एक स्वर में संगठन के प्रति अपनी निष्ठा दोहराई और यह विश्वास जताया कि कांग्रेस की विचारधारा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी आजादी के समय थी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक न्याय और अधिकार पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे।
न्यूज़ देखो: विचारधारा और जिम्मेदारी का संगम
न्यूज़ देखो: स्थापना दिवस बना संगठनात्मक संकल्प का मंच
गुमला में असंगठित कामगार कांग्रेस का यह आयोजन केवल औपचारिक स्थापना दिवस कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह संगठन की वैचारिक प्रतिबद्धता और सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है। कार्यक्रम से यह साफ होता है कि असंगठित क्षेत्र के मुद्दे अब राजनीतिक विमर्श के केंद्र में लाने की कोशिश तेज हो रही है। सवाल यह है कि आने वाले समय में इन संकल्पों को जमीनी स्तर पर कितनी मजबूती से लागू किया जाता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संविधान और कामगारों के अधिकारों की रक्षा का समय
आज जब लोकतांत्रिक मूल्यों और श्रमिक अधिकारों पर लगातार चुनौतियां सामने आ रही हैं, ऐसे में जागरूक और संगठित समाज की भूमिका बेहद अहम हो जाती है। कांग्रेस का स्थापना दिवस केवल अतीत को याद करने का अवसर नहीं, बल्कि वर्तमान और भविष्य के संघर्षों की दिशा तय करने का मंच है। असंगठित कामगारों की आवाज को मजबूत करना, उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक करना और संविधान की रक्षा के लिए खड़ा होना समय की मांग है।
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