
#उंटारीरोड #बालिकासशक्तिकरण : गांधी प्लस टू उच्च विद्यालय में बालिकाओं के आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सशक्तिकरण को बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
- अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर गांधी प्लस टू उच्च विद्यालय, उंटारी रोड में विशेष कार्यक्रम आयोजित।
- इस वर्ष की थीम ‘मैं लड़की हूं, मैं बदलाव का नेतृत्व करती हूं, संकट की अग्रिम पंक्ति में लड़कियां हैं’ रखी गई।
- निबंध, पोस्टर, चित्रकला और भाषण प्रतियोगिताओं में बालिकाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी प्रतिभा दिखाई।
- प्राचार्य मो अजीम और शिक्षक वृहस्पति कुमार चौबे ने बालिकाओं को शिक्षा, नेतृत्व और सशक्तिकरण का महत्व बताया।
- बालिकाओं में स्वास्थ्य, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए अरोग्यदूत शिक्षकों ने जागरूकता सत्र भी आयोजित किए।
उंटारी रोड प्रखंड मुख्यालय स्थित गांधी प्लस टू उच्च विद्यालय में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं की नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस वर्ष कार्यक्रम की थीम रही, ‘मैं लड़की हूं, मैं बदलाव का नेतृत्व करती हूं, संकट की अग्रिम पंक्ति में लड़कियां हैं’। बच्चों ने निबंध, पोस्टर, चित्रकला और भाषण जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्राचार्य मो अजीम ने कहा कि बालिकाओं का सशक्तिकरण शिक्षा और आत्मविश्वास से संभव है और प्रत्येक बालिका में समाज में परिवर्तन लाने की क्षमता है।
प्रतियोगिताओं और गतिविधियों का महत्व
विद्यालय में आयोजित प्रतियोगिताओं का उद्देश्य केवल कौशल दिखाना नहीं था, बल्कि बालिकाओं में नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास विकसित करना था। निबंध और भाषण प्रतियोगिताओं में बालिकाओं ने सामाजिक मुद्दों और बालिका सशक्तिकरण पर अपने विचार साझा किए। पोस्टर और चित्रकला प्रतियोगिताओं में उनकी रचनात्मकता और संदेश क्षमता को बढ़ावा मिला। शिक्षक वृहस्पति कुमार चौबे ने कहा:
“बेटियों से ही संसार है। प्रत्येक माता-पिता को बेटियों को शिक्षा देकर उनके पंखों को उड़ान देनी चाहिए। बेटियां हर क्षेत्र में सफलता की ऊंची उड़ान भर रही हैं।”
स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम
इस अवसर पर अरोग्यदूत शिक्षकों ने छात्राओं के लिए स्वास्थ्य और स्वच्छता पर जागरूकता सत्र आयोजित किया। इन सत्रों का उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। यह संदेश दिया गया कि प्रत्येक बालिका अपने भीतर परिवर्तन की प्रेरणा लिए हुए है और समाज में सकारात्मक बदलाव की अग्रदूत बन सकती है।
भविष्य की पहल
विद्यालय ने योजना बनाई है कि आने वाले दिनों में भी बालिकाओं की प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए रैली, स्लोगन लेखन, पोस्टर पेंटिंग, भाषण और समूह चर्चा जैसी गतिविधियां नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी। इन कार्यक्रमों के माध्यम से छात्राओं में सामाजिक जागरूकता और सक्रिय नागरिकता की भावना विकसित होगी।

न्यूज़ देखो: बालिका सशक्तिकरण और शिक्षा के लिए प्रतिबद्धता
गांधी प्लस टू उच्च विद्यालय का यह कार्यक्रम स्पष्ट संदेश देता है कि बालिकाओं का सशक्तिकरण समाज की प्रगति का मूल है। शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास के माध्यम से बालिकाओं को सशक्त बनाने के प्रयास सराहनीय हैं।
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समाज में बालिकाओं की भागीदारी बढ़ाएं और जागरूक बनें
बालिकाओं की शिक्षा और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देना केवल परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज का कर्तव्य है। इस संदेश को फैलाएं, अपने विचार साझा करें और ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेकर बच्चों को आगे बढ़ने के अवसर दें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और समाज में बालिका सशक्तिकरण की अलख जगाएं।