#झारखंड #शहरी_विकास : मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने राज्य के नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं में आगामी चुनाव की संभावित तिथि और आरक्षण नीतियों की जानकारी दी
- शहरी विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने बताया कि सभी शहरी निकायों के चुनाव जल्द कराए जाएंगे।
- न्यायालय के निर्देशों के पालन के लिए चुनाव प्रक्रिया अंतिम रूप में है।
- सरकार को ट्रिपल टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है और विभाग अध्ययन में लगा है।
- चुनाव की संभावित तिथि दिसंबर 2025 के अंत या जनवरी 2026 की शुरुआत में तय की जा सकती है।
- पिछड़ी जातियों के आरक्षण मुद्दे पर गंभीर विचार किया जाएगा ताकि सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके।
- मंत्री ने जनता से अपील की कि वे चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं।
राज्य में नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिकाओं में आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। शहरी विकास, आवास, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा तथा खेल मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने स्पष्ट किया कि न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए चुनाव की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सरकार को ट्रिपल टेस्ट की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, और संबंधित विभाग इसके अध्ययन में जुटा है।
चुनाव की तैयारी और संभावित तिथियाँ
मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि विभाग जल्द ही मुख्यमंत्री और अन्य संबंधित विभागों के साथ बैठक करके अंतिम निर्णय लेगा। उन्होंने संकेत दिया कि चुनाव की संभावित तिथि दिसंबर 2025 के अंत या जनवरी 2026 की शुरुआत में तय की जा सकती है। उन्होंने कहा:
सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा: “हम चाहते हैं कि शहरी निकायों में सभी वर्गों का समुचित प्रतिनिधित्व हो। चुनाव प्रक्रिया में पिछड़ी जातियों के आरक्षण को विशेष ध्यान दिया जाएगा।”
राज्य के विभिन्न नगर निगमों और नगर परिषदों में राजनीतिक दल सक्रिय हो चुके हैं, और चुनावी तैयारियों में तेजी दिखाई दे रही है। राजनीतिक हलचल के बीच प्रशासन और चुनाव आयोग दोनों ही सुनिश्चित कर रहे हैं कि चुनाव सुसंगठित और पारदर्शी ढंग से संपन्न हों।
पिछड़ी जातियों का आरक्षण और प्रतिनिधित्व
मंत्री सोनू ने स्पष्ट किया कि चुनावों में पिछड़ी जातियों के आरक्षण मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी वर्गों के लोगों को शहरी निकायों में उचित प्रतिनिधित्व मिले। उन्होंने जनता से अपील की:
सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा: “जनता से अनुरोध है कि वे चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय भाग लें और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में सहयोग करें।”
इस दिशा में, विभाग पिछड़ी जातियों और अन्य अल्पसंख्यक समूहों के हितों का ध्यान रखते हुए चुनाव कार्यक्रम तैयार कर रहा है।
प्रशासन और विभाग की भूमिका
शहरी विकास विभाग और संबंधित निकाय चुनाव प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि विभाग ने न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए पूरी तैयारी कर ली है। ट्रिपल टेस्ट रिपोर्ट के अध्ययन के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मंत्री ने यह भी बताया कि विभाग सभी तकनीकी और प्रशासनिक पहलुओं का विस्तृत मूल्यांकन कर रहा है ताकि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो सके।
न्यूज़ देखो: शहरी लोकतंत्र और निष्पक्ष प्रतिनिधित्व के लिए तैयारी
यह खबर स्पष्ट करती है कि झारखंड सरकार शहरी निकाय चुनावों को लेकर सक्रिय और पारदर्शी तैयारी में लगी है। पिछड़ी जातियों के आरक्षण को लेकर गंभीर दृष्टिकोण यह दर्शाता है कि सभी वर्गों के लोगों को प्रतिनिधित्व मिले, और लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों की रक्षा हो। प्रशासन और जनता दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
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सक्रिय नागरिक बनें और लोकतंत्र को मजबूत करें
शहरी निकाय चुनाव केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि समाज और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा का प्रतीक हैं। सजग रहें, मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लें और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों और परिवार तक साझा करें और लोकतंत्र को सशक्त बनाने में योगदान दें। मतदान और जागरूकता ही भविष्य की दिशा तय करती है।