Garhwa

वैश्य महासम्मेलन के होली मिलन में उमड़ा उल्लास, समाज की एकता का दिखा रंग

हाइलाइट्स:

  • नवादा मोड़ स्थित बंधन मैरेज हॉल में भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन
  • वैश्य समाज के विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों ने एकजुटता का संदेश दिया
  • सामाजिक विकास और सहयोग को मजबूत करने पर जोर
  • भाईचारे और प्रेम के साथ होली मनाने की अपील

वैश्य समाज की एकता पर जोर

अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के तत्वावधान में बंधन मैरेज हॉल, नवादा मोड़ में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वैश्य समाज के विभिन्न समुदायों के प्रमुख प्रतिनिधि एक मंच पर आए और समाज की एकता और सहयोग को मजबूत करने का संदेश दिया।

कार्यक्रम में तेली समाज से मनीष गुप्ता, जयसवाल समाज से विनोद जायसवाल, वैश्य समाज के अध्यक्ष रविंद्र जायसवाल, मद्धेशिया समाज से डॉ. सुरेंद्र मद्धेशिया, अग्रवाल समाज से विनोद शंकर अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

वैश्य समाज के अध्यक्ष रविंद्र जायसवाल ने कहा कि “समाज की एकजुटता गर्व का विषय है। वैश्य समाज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और प्रशासनिक सेवाओं में भी योगदान दे रहा है। हमें संगठित होकर समाज के विकास में अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।”

होली में प्रेम और सौहार्द का संदेश

स्वर्णकार समाज के दौलत सोनी ने कहा कि “होली सिर्फ रंगों का नहीं, बल्कि रिश्तों की मधुरता का भी त्योहार है। हमें इसे भाईचारे और प्रेम के साथ मनाना चाहिए।”

संगठित समाज की ताकत

“यह गर्व की बात है कि आज विभिन्न बनिया समाज के लोग एक मंच पर आए हैं। हमें हर परिस्थिति में एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए।”
— विनोद जसवाल, कलवार समाज

कश्यप समाज के उमेश कश्यप ने कहा कि “वैश्य समाज हर दुख-सुख में एक-दूसरे के साथ खड़ा रहता है और सामाजिक समस्याओं का समाधान आपसी विचार-विमर्श से करना चाहिए।”

अन्य समाजों के प्रतिनिधियों के विचार

तेली समाज के मनीष गुप्ता, मद्धेशिया समाज के डॉ. सुरेंद्र गुप्ता, चंद्रवंशी समाज के सन्नी चंद्रवंशी, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष पति संतोष केशरी सहित कई गणमान्य लोगों ने समाज की एकता और होली के संदेश पर अपने विचार रखे

इस अवसर पर डॉ. अनिल साव, डॉ. राकेश रंजन, डॉ. पतंजलि केशरी, डॉ. भोला कश्यप, श्याम सुंदर प्रसाद, राम दास साहू, अशोक मद्धेशिया, राजमणि कमलापुरी सहित समाज के अनेक प्रतिष्ठित सदस्य उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: समाज की एकता और संस्कृति का दर्पण

वैश्य महासम्मेलन का यह आयोजन समाज की एकता, सहयोग और प्रेम को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण संदेश देता है। होली केवल रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द और आपसी मेल-जोल का प्रतीक है। ऐसे आयोजनों से समाज को मजबूती मिलती है और सभी समुदायों के बीच प्रेम और सम्मान बढ़ता है। गढ़वा, पलामू और आसपास के जिलों की हर अहम खबर के लिए ‘न्यूज़ देखो’ से जुड़े रहें!

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

Radhika Netralay Garhwa
Engineer & Doctor Academy
आगे पढ़िए...
नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें

Related News

Back to top button