#कोलेबिरा #मंदिर_तोड़फोड़ : श्रद्धास्थल पर असामाजिक तत्वों का हमला, पुलिस जांच में जुटी
- कोलेबिरा प्रखंड के काल्हाटोली स्थित बाघचंडी मंदिर में शनिवार रात हुई तोड़फोड़ की घटना से क्षेत्र में आक्रोश।
- मंदिर के पुजारी पंचम सिंह ने बताया — दरवाजा तोड़ा गया, त्रिशूल फेंका गया, और मंदिर की लाइटें व साउंड सिस्टम क्षतिग्रस्त किए गए।
- सूचना मिलते ही थाना प्रभारी हर्ष कुमार शाह मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
- घटना के बाद ग्रामीणों की भारी भीड़ मंदिर परिसर में उमड़ी।
- पुलिस ने कहा— मामले की गहराई से जांच की जा रही है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना की जानकारी सुबह पुजारी को हुई
कोलेबिरा प्रखंड क्षेत्र के काल्हाटोली गांव स्थित प्रसिद्ध बाघचंडी मंदिर में शनिवार की रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने भारी तोड़फोड़ की। रविवार की सुबह जब प्रतिदिन की तरह पुजारी पंचम सिंह मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मंदिर का मुख्य दरवाजा टूटा पड़ा था और कई धार्मिक सामग्री बिखरी हुई थी। उन्होंने तत्काल ग्रामीणों को सूचना दी, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंच गए।
क्षतिग्रस्त हुई धार्मिक वस्तुएं और सजावट
मंदिर के पुजारी पंचम सिंह ने बताया कि उपद्रवियों ने मंदिर परिसर के अंदर और बाहर की लाइटें तोड़ दीं, म्यूजिक सिस्टम और चोंगा क्षतिग्रस्त कर दिया, और अगरबत्ती स्टैंड को पलट दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने मंदिर के मुख्य पूजा स्थल के साथ छेड़छाड़ करने की भी कोशिश की। पुजारी ने कहा कि मंदिर से कुछ दूरी पर त्रिशूल फेंका हुआ मिला, जिससे साफ होता है कि उपद्रवियों का उद्देश्य सिर्फ नुकसान पहुंचाना नहीं बल्कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना था।
पंचम सिंह (मुख्य पुजारी) ने कहा: “यह सिर्फ मंदिर की तोड़फोड़ नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था पर प्रहार है। प्रशासन को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
पुलिस ने घटनास्थल पर की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही कोलेबिरा थाना प्रभारी हर्ष कुमार शाह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की और आसपास के क्षेत्रों में सीसीटीवी फुटेज या संदिग्ध गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की और भरोसा दिलाया कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
थाना प्रभारी हर्ष कुमार शाह ने कहा: “मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है। मंदिर की सुरक्षा को बढ़ाया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
ग्रामीणों में रोष, सुरक्षा बढ़ाने की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। ग्रामीणों ने प्रशासन से मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने और आसपास नियमित गश्ती की मांग की है। उनका कहना है कि बाघचंडी मंदिर क्षेत्र की आस्था का केंद्र है और यहां हर सप्ताह सैकड़ों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने आते हैं। इस तरह की घटनाएं समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करती हैं।
प्रशासन ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासन
प्रशासन ने कहा कि मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। साथ ही रात में पुलिस गश्त को बढ़ाने का आदेश दिया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी और थाना प्रभारी दोनों ने संयुक्त रूप से इलाके का दौरा किया और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाएगा।
न्यूज़ देखो: आस्था पर वार — जवाबदेही की दरकार
यह घटना केवल तोड़फोड़ नहीं, बल्कि स्थानीय श्रद्धा और सामाजिक सौहार्द पर हमला है। “न्यूज़ देखो” मानता है कि ऐसी घटनाओं पर त्वरित और निष्पक्ष जांच ही लोगों के विश्वास को बहाल कर सकती है। प्रशासन को चाहिए कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
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आस्था और एकता की शक्ति — समाज की सबसे बड़ी पूंजी
मंदिर हमारी संस्कृति और आस्था के प्रतीक हैं। ऐसे में हर नागरिक का दायित्व है कि वह शांति और सामाजिक एकता बनाए रखने में योगदान दे। इस खबर को साझा करें ताकि प्रशासन तक जनता की आवाज़ पहुंचे और क्षेत्र में धार्मिक सौहार्द की रक्षा हो सके।