
#मेदिनीनगर #बालिकाओंकीसुरक्षा : वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने बालिकाओं को सुरक्षित रहने और यौन शोषण से बचाव का प्रशिक्षण दिया
- वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने के.जी. गर्ल्स स्कूल में गुड टच-बैड टच जागरूकता अभियान चलाया।
- कार्यक्रम में छात्राओं को सुरक्षा, सतर्कता और खतरे की पहचान के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
- कार्यक्रम में सचिव शर्मिला वर्मा, डॉक्टर अमितू सिंह, सहायक उप निरीक्षक माया कुमारी, प्राचार्य आशीष कुमार दूबे, और अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित।
- अभियान में बालिकाओं, महिला एडवोकेट सुप्रिया रंजन, टीम वरदान के मन्नत सिंह बग्गा, मंजू चंद्रा, नेहा सिंह और निकीता सिंह ने सक्रिय योगदान दिया।
वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने मेदिनीनगर के के.जी. गर्ल्स स्कूल में गुड टच-बैड टच जागरूकता अभियान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बालिकाओं को यौन शोषण और हिंसा के प्रति सतर्क करना तथा उन्हें सुरक्षित रहने की जानकारी देना था।
अभियान की रूपरेखा और गतिविधियाँ
इस अभियान के तहत टीम वरदान ने बच्चियों को बताया कि गुड टच और बैड टच में अंतर कैसे पहचाना जाए और किन परिस्थितियों में सतर्क रहना आवश्यक है। संस्था की सचिव शर्मिला वर्मा ने कहा:
“बच्चियों के प्रति लगातार बढ़ते यौन शोषण और हिंसा ने हमें इस कार्यक्रम के लिए प्रेरित किया ताकि हमारी बच्चियां सुरक्षित रहें।”
डॉक्टर अमितू सिंह ने छात्राओं को चेतावनी दी:
“लड़कियों को खतरा सिर्फ घर के बाहर ही नहीं, घर के अंदर भी है। इसलिए घर और आसपास भी सजग रहने की जरूरत है।”
सहायक उप निरीक्षक माया कुमारी ने कहा:
“लड़कियों और महिलाओं को डरने की जरूरत नहीं है, महिला थाना उनकी सुरक्षा के लिए है। जब भी कोई तंग करे या शोषण करने की कोशिश करे, तुरंत हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचित करें।”
सामाजिक और कानूनी जागरूकता
टीम वरदान की मंजू चंद्रा ने बताया कि सभी जाति, धर्म और वर्ग में महिलाओं के प्रति हिंसा देखी जा रही है, और यह अभियान बच्चियों में बचपन से सुरक्षा की भावना विकसित करेगा। महिला एडवोकेट सुप्रिया रंजन ने कहा:
“आजकल की बच्चियां साहसी हैं और अपने अधिकारों को समझती हैं। यदि कोई उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा दी जाएगी।”
टीम वरदान के वरिष्ठ साथी मन्नत सिंह बग्गा ने कहा:
“हमारी मुहिम समाज में घट रही इन घटनाओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण और प्रभावशाली है। हम हरसंभव कोशिश कर रहे हैं कि इन सामाजिक बुराइयों को समाप्त किया जा सके।”
स्कूल और छात्राओं की प्रतिक्रिया
प्राचार्य आशीष कुमार दूबे ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा:
“बाल दिवस और झारखंड स्थापना दिवस की व्यस्तता के बावजूद हमने इस अभियान को प्राथमिकता दी, क्योंकि बालिकाओं के प्रति बढ़ती हिंसा चिंतनीय है। यह अभियान हमारी बच्चियों को सुरक्षित रखेगा और दूसरों को भी प्रेरित करेगा।”
बरवाडीह की प्रिती राज ने कहा:
“वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट का यह अभियान अत्यंत उपयोगी और सराहनीय है। हर लड़की को अपनी सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए और असामाजिक तत्वों को मुँहतोड़ जवाब देना चाहिए।”
एडवोकेट सुप्रिया रंजन ने पॉक्सो एक्ट और हेल्पलाइन नंबर 181 के माध्यम से शिकायत करने की जानकारी दी। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन रिया सिंह ने किया और राष्ट्रगान के साथ यह कार्यक्रम समापन हुआ।



न्यूज़ देखो: वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट का गुड टच-बैड टच अभियान बालिकाओं को सजग और सुरक्षित बनाता है
यह कार्यक्रम दर्शाता है कि समाज में सक्रिय संगठन बालिकाओं के प्रति बढ़ती हिंसा और यौन शोषण के मुद्दों पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। जागरूकता और प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चियों में सुरक्षा और सतर्कता की भावना विकसित होती है। प्रशासन और संस्था की इस पहल से स्थानीय समाज में महिलाओं और बच्चियों के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
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बालिकाओं की सुरक्षा और सजगता के लिए जिम्मेदारी लें
समाज में हर बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सजग बनें। बच्चों को गुड टच-बैड टच के बारे में जानकारी दें और उन्हें सतर्क रहने के लिए प्रेरित करें। इस अभियान की सफलता के लिए अपने मित्रों और परिवार के साथ इसे साझा करें, कमेंट करें और समाज में जागरूकता फैलाएं ताकि हर बच्ची सुरक्षित और सशक्त रह सके।





