#डालटनगंज #कन्यापूजन : नवरात्र में जरूरतमंद बच्चियों का सम्मान कर रही है संस्था, स्टेशन परिसर में होगा आयोजन
- वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट का वार्षिक कन्यापूजन आयोजन।
- झुग्गी-झोपड़ी की बच्चियों को पूरे सम्मान के साथ किया जाएगा पूजन।
- आयोजन का स्थल डालटनगंज स्टेशन परिसर तय।
- शहरवासी भी भागीदारी कर बच्चियों का पूजन और आशीर्वाद लेंगे।
- उद्देश्य: हर कन्या में शक्ति का वास मानकर सामाजिक समानता का संदेश।
डालटनगंज में नवरात्र के अवसर पर एक बार फिर सामाजिक समरसता और संस्कारों की मिसाल पेश होने जा रही है। वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा हर साल की भांति इस साल भी झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली जरूरतमंद बच्चियों का कन्यापूजन आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन स्टेशन परिसर में होगा, जहां शहरवासी अपनी क्षमता अनुसार शामिल होकर बच्चियों का पूजन करेंगे और आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
कन्याओं के सम्मान का अनोखा प्रयास
यह आयोजन सामान्य धार्मिक अनुष्ठान से कहीं अधिक है। ट्रस्ट का उद्देश्य यह संदेश देना है कि कन्या शक्ति का स्वरूप है, उसका मूल्यांकन उसके रहन-सहन या हैसियत से नहीं किया जा सकता। पूजन के माध्यम से इन बच्चियों को सामाजिक सम्मान प्रदान किया जाता है और लोगों को यह समझाया जाता है कि सच्चा आशीर्वाद उन्हीं से मिलता है।
आयोजन का सामाजिक महत्व
नवरात्र में जहां अधिकतर लोग अपने घरों में कन्याओं का पूजन करते हैं, वहीं वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने समाज की उपेक्षित बच्चियों को प्राथमिकता देकर एक अनोखी परंपरा कायम की है। यह पहल बताती है कि समाज का हर वर्ग पूजन और सम्मान का अधिकारी है। कई स्थानीय लोग इस आयोजन में शामिल होकर खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं।
स्थानीय लोगों की भागीदारी
हर साल की तरह इस बार भी शहर के लोग बड़ी संख्या में भाग लेंगे। ट्रस्ट के सदस्य बताते हैं कि इस आयोजन का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि यहां किसी तरह का भेदभाव नहीं होता। सभी कन्याओं को समान दर्जा दिया जाता है और समाज के लोग खुद आगे बढ़कर उन्हें सम्मानित करते हैं।
आयोजकों का कहना है: “हर कन्या में शक्ति का वास है, उसकी आर्थिक या सामाजिक स्थिति का कोई महत्व नहीं है। हमारा उद्देश्य समाज को यह संदेश देना है कि बच्चियों का सम्मान सबसे बड़ा धर्म है।”
मिसाल बनता यह आयोजन
डालटनगंज में यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक समानता का भी संदेश देता है। समाज के उपेक्षित तबकों की बच्चियों को केंद्र में रखकर किए गए इस कन्यापूजन ने एक अनूठी परंपरा स्थापित की है, जो हर साल और मजबूत होती जा रही है।

न्यूज़ देखो: समाज को जोड़ने वाला कन्यापूजन
यह आयोजन केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं बल्कि सामाजिक क्रांति है। यह समाज को यह याद दिलाता है कि सच्ची पूजा तभी है जब हर बच्ची को बराबरी का सम्मान मिले। वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट का यह प्रयास झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली बच्चियों को भी समाज की मुख्यधारा से जोड़ता है और हर किसी के लिए प्रेरणादायी है।
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नवरात्र में बेटी शक्ति का सम्मान
नवरात्र का समय शक्ति की आराधना का होता है और इस कन्यापूजन ने यह साबित किया है कि असली शक्ति समाज की हर बेटी में है। जब हम उन्हें सम्मान और प्रेम देते हैं, तभी हम सच्चे अर्थों में नवरात्र का पालन करते हैं। अब समय है कि हम सब मिलकर इस तरह की सकारात्मक पहलों को और आगे बढ़ाएं। आप भी इस आयोजन का हिस्सा बनें, अपनी राय कमेंट करें और खबर को दोस्तों तक साझा करें ताकि समाज में समानता और सम्मान का यह संदेश दूर तक फैले।