#गुमला #बालिका_सशक्तिकरण : गुमला जिले के विभिन्न प्रखंडों में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर रैली, भाषण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता अभियान
- अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर गुमला जिले के सीलम, पुगू, कुरूछतरपुर, मझगांव और जैरागी पंचायतों में कार्यक्रम आयोजित किए गए।
- आयोजन मुखिया गणों के नेतृत्व और पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से संपन्न हुआ।
- कार्यक्रम में रैली, समूह चर्चा, भाषण प्रतियोगिता और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की गईं।
- वक्ताओं ने बालिकाओं के शिक्षा, सुरक्षा और समान अवसर की आवश्यकता पर जोर दिया।
- कई बालिकाओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
- ग्रामवासियों की सक्रिय भागीदारी और उत्साहपूर्ण उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया।
गुमला जिले में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं के अधिकार, शिक्षा और सशक्तिकरण को लेकर जिले में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न प्रखंडों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य समाज में बालिकाओं के प्रति सकारात्मक सोच और समान अवसर सुनिश्चित करना था। रैली, भाषण, समूह चर्चा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से बच्चों और ग्रामीणों में संदेश पहुँचाया गया कि बेटियों को आगे बढ़ाने का अवसर देना समाज की वास्तविक प्रगति है।
कार्यक्रम का विवरण
प्रत्येक पंचायत में कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विद्यालय प्रबंधन समिति, शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी के साथ किया गया। कार्यक्रमों की शुरुआत रैली से हुई, जिसमें बालिकाओं ने विभिन्न संदेश लिखे बैनर लेकर भाग लिया। इसके बाद समूह चर्चा और भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें बालिकाओं ने शिक्षा, सुरक्षा और समान अवसर से जुड़ी अपनी सोच साझा की।
मुख्य वक्ताओं के संदेश
मुखिया गणों ने अपने उद्बोधन में कहा:
“बेटी को आगे बढ़ने का अवसर देना ही सच्चे अर्थों में समाज की प्रगति है। हर बेटी शिक्षित और आत्मनिर्भर बने, यही इस दिवस का वास्तविक संदेश है।”
वक्ताओं ने समाज के हर वर्ग को बालिकाओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने और उनकी सुरक्षा के प्रति संवेदनशील बनने का आह्वान किया।
सम्मान और सहभागिता
कार्यक्रम के दौरान कई बालिकाओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। ग्रामीणों और अभिभावकों की सक्रिय उपस्थिति ने बच्चों में उत्साह बढ़ाया और कार्यक्रम को सफल बनाया। पिरामल फाउंडेशन की टीम ने आयोजन में समन्वय और संचालन में अहम भूमिका निभाई।

न्यूज़ देखो: गुमला में बालिका दिवस के कार्यक्रम ने सशक्तिकरण और जागरूकता का संदेश फैलाया
यह आयोजन दिखाता है कि ग्रामीण स्तर पर बालिकाओं के अधिकार और शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना संभव है। स्थानीय नेतृत्व और संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी से समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़ता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बालिकाओं के लिए समाज की जिम्मेदारी
बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को चाहिए कि वे बालिकाओं को शिक्षा और समान अवसर दें। अपने क्षेत्र में जागरूकता फैलाएँ और सुनिश्चित करें कि हर बेटी सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर बने। अपनी राय कमेंट करें, इस संदेश को साझा करें और समाज में बदलाव लाने का हिस्सा बनें।