
#लातेहार #शराब_बिक्री – शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं, ग्राहकों के साथ बढ़ रही अभद्रता
- लातेहार शहर की दुकान नंबर-1 में ओवर रेट वसूली का वीडियो रविवार को हुआ वायरल
- 140 रुपये की बीयर 150 और 190 रुपये की रॉयल स्टैग नीप बोतल 200 में बेची गई
- ओवर रेट का विरोध करने पर ग्राहकों से की जाती है अभद्रता, लोक लाज के कारण लोग चुप
- दुकान में कंपनी के नए स्टाफ की तैनाती के बाद से बढ़ी ओवर रेट की घटनाएं
- उत्पाद अधीक्षक के सख्त बयान के बावजूद शराब दुकानों में खुलेआम लूट जारी
- महुआडांड़ क्षेत्र में सबसे अधिक ओवर रेट, एक बोतल पर 100 रुपये तक अतिरिक्त वसूली
वायरल वीडियो ने खोली शराब दुकानों की पोल
लातेहार शहर के अमावाटीकर मोड़ स्थित शराब दुकान नंबर-1 एक बार फिर सुर्खियों में है। रविवार को इस दुकान से शराब की ओवर रेट बिक्री का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें स्पष्ट दिख रहा है कि 140 रुपये की बीयर 150 में और 190 रुपये की रॉयल स्टैग नीप बोतल 200 में बेची जा रही है। ग्राहक जब इसका विरोध करते हैं, तो उन्हें धमकाया और अपमानित किया जाता है।
कंपनी प्रबंधन में बदलाव के बाद और बिगड़े हालात
इस दुकान को केएस मल्टीफैसलिटी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित किया जा रहा है। पिछले महीने कंपनी ने पुराने प्रभारी को हटाकर नए स्टाफ की नियुक्ति की थी, उस समय भी ओवर रेट के आरोप लगे थे। दुकानदारों ने इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन किया था, क्योंकि उन्हें अक्टूबर से मानदेय नहीं मिल रहा था और बिना कारण हटाया जा रहा था।
अब स्थिति यह है कि नई टीम आने के बाद ओवर रेट की घटनाएं और बढ़ गई हैं। दुकान पर आए दिन ग्राहकों और स्टाफ के बीच विवाद हो रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
जिले की 23 दुकानों में होती है ओवर रेट बिक्री
लातेहार जिले में कुल 23 शराब की सरकारी दुकानें हैं — देशी और विदेशी दोनों। लगभग हर दुकान में अधिक मूल्य पर शराब बेची जा रही है। जिला मुख्यालय की दुकानों में नीप बोतल पर 10 रुपये, हाफ पर 20 रुपये और फूल बोतल पर 40 रुपये तक अतिरिक्त वसूली की जा रही है।
महुआडांड़ की दुकानों में स्थिति और भी खराब है, जहां एक फूल बोतल पर 100 रुपये तक अधिक लिए जाते हैं। जानकारों के अनुसार, हर दिन ओवर रेट से करीब 50 हजार रुपये की अवैध कमाई होती है।
नेतरहाट में बिना लाइसेंस के भी हो रही शराब बिक्री
नेतरहाट जैसे संवेदनशील क्षेत्र में कोई वैध शराब दुकान नहीं है, फिर भी किराना दुकानों में खुलेआम अंग्रेजी शराब बेची जाती है। कुछ समय पहले वहां बिना लाइसेंस एक दुकान चलाई जा रही थी, जिसे मीडिया में खबर आने के बाद फौरी तौर पर बंद कराया गया। लेकिन अब भी गुपचुप बिक्री जारी है और प्रशासन की निगरानी कमजोर दिख रही है।
अधिकारी मौन, कार्रवाई नदारद
उत्पाद अधीक्षक रंजन तिवारी पहले ही कह चुके हैं कि “किसी भी हालत में ओवर रेट नहीं होने दिया जाएगा,” लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल विपरीत है। राजनीतिक दबाव और विभागीय निष्क्रियता के कारण अवैध कमाई का यह नेटवर्क अब संगठित रूप लेता जा रहा है।
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न्यूज़ देखो आपकी आवाज़ को प्रशासन तक पहुंचाने और स्थानीय अनियमितताओं पर प्रकाश डालने का सशक्त माध्यम बना है। लातेहार जैसे जिलों में जहां व्यवस्था और जनता के बीच की दूरी बढ़ती जा रही है, वहां हमारी टीम हर मोर्चे पर चौकस है।
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