मुख्य बिंदु:
- सरस्वती पूजा विसर्जन के दौरान समुदाय विशेष के कुछ लोगों द्वारा हमले का आरोप।
- जुलूस में शामिल दो लोग गंभीर रूप से घायल।
- घटना का वीडियो सामने आने के बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं।
- पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए।
- तत्काल कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी।
झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला क्षेत्र में सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसक घटना सामने आई है। आरोप है कि समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने जुलूस को रोककर बच्चों और महिलाओं पर हमला किया, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
घटना का वीडियो फुटेज उपलब्ध होने के बावजूद, पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा:
“कुछ साल पहले सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस से खींचकर रूपेश पांडेय की हत्या कर दी गई थी। क्या इस बार भी प्रशासन किसी निर्दोष की हत्या का इंतजार कर रहा है?”
बाबूलाल मरांडी द्वारा शेयर किया हुआ वीडियो देखें।
सरकार की नीतियों पर आलोचना
मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर तुष्टीकरण नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसके चलते अपराधियों को खुली छूट मिल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो जनता आंदोलन करने को बाध्य होगी।
न्यूज़ देखो:
धार्मिक आयोजनों के दौरान हिंसा की घटनाएं समाज में तनाव बढ़ाती हैं। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई करे, ताकि सभी समुदायों के बीच शांति और सद्भाव बना रहे। ऐसी ही महत्वपूर्ण खबरों के लिए जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ।