
#गिरिडीह #सड़कनिर्माणविवाद – पालगंज मोड़ से खेता डाबर तक बन रही सड़क में घटिया पिचिंग और कम अलकतरा से नाराज़ ग्रामीणों ने उठाई गुणवत्ता की आवाज़
- पालगंज दुर्गा मंदिर के पास सड़क की घटिया गुणवत्ता देख ग्रामीणों ने रोकवाया काम
- अलकतरा और मोटाई कम होने की शिकायत, विरोध पर किया जा रहा सुधार
- ग्रामीणों ने खुदाई कर देखी सड़क की परत, मिला घटिया निर्माण का प्रमाण
- शिलान्यास के वक्त किया गया था मजबूत सड़क निर्माण का वादा
- पंचायत समिति सदस्य जोगेंद्र तिवारी ने कहा – गुणवत्ता से हो रहा समझौता
पालगंज में दुर्गा मंदिर के पास भड़का आक्रोश, ग्रामीणों ने थामा विरोध का झंडा
गिरिडीह जिले के पीरटांड़ प्रखंड के पालगंज मोड़ से खेता डाबर तक बन रही सड़क को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने गंभीर अनियमितताओं की शिकायत की है।
ग्रामीणों के अनुसार, सड़क पिचिंग में अलकतरा की मात्रा बेहद कम है और सड़क की मोटाई भी तय मानकों से कम दी जा रही है।
जब निर्माण कार्य पालगंज दुर्गा मंदिर के पास पहुँचा, तो वहां मौजूद लोगों ने सड़क की स्थिति देख काम को तुरंत रोक दिया।
पंचायत समिति सदस्य जोगेंद्र तिवारी, मुखिया संघ अध्यक्ष अनूप मिश्रा, तथा भोला साव, पंचम सिंह, अजय साहू, पप्पू कुमार, आनंद कुमार, विशाल कुमार और रक्षित कुमार जैसे कई ग्रामीण मौके पर पहुँचे और कंपनी के कर्मियों से सवाल जवाब किया।
खुदाई कर ग्रामीणों ने किया गुणवत्ता का परीक्षण
ग्रामीणों ने मौके पर ही सड़क की परत की खुदाई कर इसकी गुणवत्ता की जांच की।
उन्होंने पाया कि सड़क निर्माण में उपयोग किए गए अलकतरा और ग्रेडिंग बेहद कमजोर है।
प्रतिक्रिया में निर्माण एजेंसी के कर्मियों ने कहा कि जहां गड़बड़ी हुई है, वहां दोबारा काम किया जाएगा।
इसके बाद स्थानीय लोग थोड़ी राहत में दिखे, लेकिन अन्य जगहों की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल बरकरार हैं।
शिलान्यास के समय किया गया था मजबूत निर्माण का वादा
स्थानीय लोगों का कहना है कि शिलान्यास के वक्त अधिकारियों ने वादा किया था कि सड़क मजबूत और दीर्घकालिक होगी।
गार्डवाल और मोटी पीसीसी परत की घोषणा की गई थी, लेकिन अब बिना किनारे के और पतली सड़क तैयार की जा रही है।
ऐसे में लोगों का भरोसा टूटता नजर आ रहा है।
पंचायत समिति सदस्य ने कहा – यह भविष्य की बर्बादी की नींव
इस मुद्दे पर पंचायत समिति सदस्य जोगेंद्र तिवारी ने साफ तौर पर कहा:
“निर्माण कार्य में पूरी तरह से अनियमितता है। न तो गार्डवाल बनाया जा रहा है और न ही पीसीसी की मोटाई मानक के अनुसार है। यदि अभी गुणवत्ता सुनिश्चित नहीं हुई, तो कुछ महीनों में यह सड़क खराब हो जाएगी।”
उन्होंने निर्माण एजेंसी को चेतावनी देते हुए काम में पारदर्शिता और मजबूती की मांग की है।
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