#लातेहार #सड़क_मरम्मत : पंचायत मुखिया मंजू देवी ने ग्रामीणों की मांग पर सड़क की मरम्मत कराकर लोगों की परेशानी दूर की
- बेतला गांव में समदा आहर मार्ग की स्थिति लंबे समय से बदहाल थी।
- ग्रामीणों को आवागमन में भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही थीं।
- स्थानीय पंचायत की मुखिया मंजू देवी ने सड़क की मिट्टी मोरम से भराई करवाई।
- मौके पर पूर्व संजय सिंह ने कहा कि बारिश से कई सड़कें और पुल-पुलिया खराब हो गई हैं।
- मरम्मत कार्य के दौरान शाजिद अंसारी, अख्तर अंसारी, जमुना सिंह समेत कई ग्रामीण उपस्थित रहे।
बेतला गांव में समदा आहर से होकर गुजरने वाली सड़क काफी समय से खराब पड़ी थी, जिससे लोगों को आवागमन के दौरान भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। बरसात के मौसम में स्थिति और बिगड़ गई थी, जिससे ग्रामीणों को अक्सर दूसरे मार्ग का सहारा लेना पड़ता था। स्थानीय लोगों की लगातार उठ रही मांग पर बेतला पंचायत की मुखिया मंजू देवी ने पहल की और सड़क की मरम्मत का कार्य शुरू कराया।
सड़क की बदहाली और ग्रामीणों की परेशानी
ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग बेतला गांव और आसपास के कई टोले के लिए मुख्य संपर्क सड़क है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया था। कई बार वाहन बीच रास्ते में फंस जाते थे। खासकर बारिश के दिनों में कीचड़ और जलजमाव से स्थिति और अधिक खराब हो जाती थी। ऐसे हालात में छात्रों, बुजुर्गों और मरीजों को सबसे अधिक परेशानी होती थी।
मुखिया की पहल और मरम्मत कार्य
पंचायत की मुखिया मंजू देवी ने लोगों की समस्या को गंभीरता से लिया और सड़क की मरम्मत के लिए मिट्टी और मोरम से भराई का काम कराया। मरम्मत का कार्य पूरा होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली और मुखिया के इस कदम की सराहना की।
स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों की उपस्थिति
मरम्मत कार्य के मौके पर पूर्व संजय सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा:
संजय सिंह ने कहा: “भारी बारिश से कई जगहों पर पुल-पुलिया और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। ऐसे में पंचायत स्तर पर जरूरतमंद और महत्वपूर्ण सड़कों की पहचान कर मरम्मत कराई जा रही है।”
इस दौरान इको विकास समिति के अध्यक्ष शाजिद अंसारी, अख्तर अंसारी, जमुना सिंह, सिराजुल अंसारी सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने इस कार्य को लेकर पंचायत की सराहना की और आगे भी इसी तरह के जनहित कार्य जारी रखने की अपेक्षा जताई।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया और उम्मीदें
ग्रामीणों ने कहा कि अब सड़क पर आवाजाही आसान हो गई है और बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी नहीं होगी। वहीं किसान भी अपने खेतों से फसल लाने में सुविधा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से अपेक्षा की कि ग्रामीण सड़कों की नियमित देखरेख हो ताकि भविष्य में इस तरह की दिक्कतें न आएं।

न्यूज़ देखो: स्थानीय पहल से बड़ी राहत
यह खबर बताती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी-छोटी पहलें भी लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती हैं। पंचायत स्तर पर की गई मरम्मत ने न केवल लोगों की समस्या दूर की बल्कि स्थानीय नेतृत्व की जिम्मेदारी भी उजागर की। ऐसे कार्यों से प्रशासन और जनता के बीच विश्वास की डोर मजबूत होती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक नागरिक बनें
गांव की सड़कों और बुनियादी सुविधाओं की देखरेख सभी की साझा जिम्मेदारी है। जब नागरिक जागरूक होकर अपनी समस्याएं सामने रखते हैं और पंचायत या प्रशासन सक्रियता दिखाता है, तभी सकारात्मक बदलाव संभव है।
अब समय है कि हम सब मिलकर ऐसे कार्यों को आगे बढ़ाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं ताकि जागरूकता फैले।