
#गढ़वा #जनसमस्या : बारिश में बंद हो जाता है 50 गांवों का संपर्क — विशुनपुरा प्रमुख ने उपायुक्त से की स्थाई समाधान की मांग
- विशुनपुरा प्रमुख दीपा कुमारी ने उपायुक्त गढ़वा को सौंपा ज्ञापन।
- रमना स्टेशन के पूरब स्थित रेलवे अंडरपास में हर बारिश में होता है जलजमाव।
- यह मार्ग जोड़ता है बंशीधर नगर, कांडी, बरडीहा समेत करीब 50 गांवों को जिला मुख्यालय से।
- रेलवे क्रॉसिंग को स्थाई रूप से बंद किए जाने से और बिगड़ी स्थिति।
- विरोध प्रदर्शन की चेतावनी — समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सड़क पर उतरेंगे लोग।
रेलवे अंडरपास बना परेशानी का सबब
रमना स्टेशन से पूरब की दिशा में विशुनपुरा को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग हर हल्की बारिश में भी जलमग्न हो जाता है। इसी रास्ते पर स्थित रेलवे अंडरपास में भारी जलजमाव से आवागमन पूरी तरह बाधित हो जाता है। क्षेत्र की प्रमुख दीपा कुमारी ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए कहा कि यह समस्या कई सालों से बनी हुई है, लेकिन अब तक कोई स्थाई समाधान नहीं हो सका है।
आर्थिक और सामाजिक जीवन भी प्रभावित
यह मार्ग सिर्फ एक सड़क नहीं बल्कि विशुनपुरा, मंझियाओ, कांडी, बरडीहा और बंशीधर नगर के करीब 50 गांवों को गढ़वा जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला एकमात्र प्रभावी संपर्क मार्ग है। क्षेत्र के लोग अपने व्यापारिक, प्रशासनिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों के लिए इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। जलजमाव के कारण अब यह मार्ग उनकी जिंदगी की रफ्तार रोक रहा है।
दीपा कुमारी, प्रमुख विशुनपुरा ने कहा: “यह सड़क हमारे क्षेत्र के लिए लाइफलाइन है। बारिश में यह बंद हो जाती है, जिससे लोग परेशान हैं। उपायुक्त से मांग की है कि जल्द स्थाई समाधान कराया जाए।”
बिना योजना के रेलवे क्रॉसिंग बंद करना बनी बड़ी वजह
स्थानीय लोगों और प्रमुख के अनुसार, पहले इस क्षेत्र में मुख्य रेलवे क्रॉसिंग के जरिए लोग आ-जा सकते थे, लेकिन बिना किसी विकल्प या दूरदर्शिता के उसे स्थाई रूप से बंद कर दिया गया। अब एकमात्र विकल्प यह अंडरपास बचा है, जो बारिश के पानी से तालाब बन जाता है।
दीपा कुमारी ने पत्र में लिखा: “बिना संभावित समस्याओं का समाधान किए रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर देना प्रशासन की चूक है।”
उपायुक्त ने दिलाया भरोसा, रेलवे से होगा समाधान
प्रमुख ने उपायुक्त से दूरभाष पर संपर्क कर इस संबंध में बात की। उपायुक्त ने कहा कि चूंकि यह मामला रेलवे विभाग से जुड़ा है, इसलिए उनसे संपर्क कर समाधान निकाला जाएगा। हालांकि, जब तक ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक क्षेत्र के लोगों की परेशानी जारी रहेगी।
उपायुक्त गढ़वा ने कहा: “यह मामला रेलवे विभाग का है। हम संबंधित पदाधिकारियों से बात कर समाधान का प्रयास करेंगे।”
विरोध प्रदर्शन की चेतावनी
दीपा कुमारी ने साफ कहा है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो स्थानीय लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। उनका कहना है कि रेलवे और जिला प्रशासन को मिलकर इस समस्या का स्थाई समाधान खोजना ही होगा, वरना जनाक्रोश बढ़ेगा।

न्यूज़ देखो: जमीनी हकीकत से उठती पीड़ा की पुकार
रेलवे अंडरपास जैसे निर्माण जनता की सुविधा के लिए होते हैं, लेकिन जब वही सुविधा मुसीबत बन जाए, तो सवाल उठना लाजमी है। न्यूज़ देखो की यह रिपोर्ट जनता की आवाज को जिम्मेदारों तक पहुंचाने का प्रयास है। यह मामला न सिर्फ एक विकासहीन योजना की पोल खोलता है, बल्कि जनता की सहनशीलता की भी परीक्षा बन गया है। अब देखना है कि रेलवे और प्रशासन कब जागते हैं।
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