विश्रामपुर के देवतुल्य मतदाताओं ने इस बार कर्म प्रधान की कहावत को सच साबित करते हुए नरेश प्रसाद सिंह को भारी बहुमत से विजयश्री दिलाई। 10 वर्षों से निजी प्रयासों से क्षेत्र के विकास कार्यों में योगदान देने वाले नरेश सिंह अब क्षेत्रवासियों के लिए विधायक बनकर विकास की नई दिशा तय करने को तैयार हैं।
विजय उत्सव का माहौल
- पटाखों और मिठाइयों से खुशियां: क्षेत्र के गांव-गांव में विजय सूचना मिलते ही पटाखे चलाए गए।
- अबीर-गुलाल और मिठाई बांटी गई: ग्रामीणों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर और मिठाई खिलाकर खुशी का इज़हार किया।
दौरा और पूजा-अर्चना
विधायक दल का नेता चुनकर रांची से लौटने के बाद श्री सिंह ने तुफानी दौरा शुरू किया।
- मंदिरों में पूजा:
- वृधखैरा स्थित वेणुगोपाल मंदिर।
- पांडू बजरंगबली मंदिर।
नारियल फोड़कर क्षेत्र के लोगों के सुख-शांति की प्रार्थना की।
- ग्रामीण दौरे:
- डाला कला, डाला खुर्द, झरणा कला, चनोखर, कजरू कला जैसे गांवों का भ्रमण।
- सभी जगह लोगों ने बाजा-गाजा और जयघोष के साथ स्वागत किया।
- भव्य स्वागत:
- फूल-मालाओं से लादकर, पटाखे फोड़कर विधायक का हर गांव और बाजार में स्वागत।
- रेहला बाजार, बी मोड़, और विश्रामपुर बाजार में सैकड़ों की भीड़ ने जयघोष किया।
जनता का आशीर्वाद
नरेश प्रसाद सिंह ने अपने दौरे में जनता से मुलाकात कर उनका अभिवादन किया और क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्धता जताई। उनका यह दौरा विश्रामपुर के राजनीतिक इतिहास में एक नई शुरुआत का संकेत देता है।