
#पलामू #स्थापना_दिवस : राधा कृष्ण मंदिर में हुआ भव्य आयोजन, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और संगठन की उपलब्धियों पर हुई चर्चा
- सतबरवा प्रखंड मुख्यालय के राधा कृष्ण मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन।
- 61वां स्थापना दिवस समारोह में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की भागीदारी।
- जिला मंत्री अमित तिवारी ने संगठन की उपलब्धियां और इतिहास साझा किया।
- दामोदर मिश्र ने पलामू में विहिप के तेज़ी से विस्तार पर प्रकाश डाला।
- 1964 में स्थापना, संस्थापकों में स्वामी चिन्मयानंद, एसएस आपटे, मास्टर तारा सिंह शामिल।
पलामू जिला अंतर्गत सतबरवा प्रखंड मुख्यालय के राधा कृष्ण मंदिर में आज विश्व हिंदू परिषद का 61वां स्थापना दिवस समारोह बड़े उत्साह और भव्यता के साथ आयोजित हुआ। इस अवसर पर प्रखंड उपाध्यक्ष सुनील विश्वकर्मा ने अध्यक्षता की, जबकि संचालन प्रखंड मंत्री मनोज पाठक ने किया। कार्यक्रम में जिले और प्रांत के कई वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिन्होंने संगठन के इतिहास, उपलब्धियों और भविष्य की दिशा पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
समारोह में विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री अमित तिवारी ने संगठन की स्थापना और उपलब्धियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संगठन ने सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिनका प्रभाव आज भी देश के विभिन्न हिस्सों में देखा जा सकता है। प्रांत सेवा टोली सदस्य सह जिला पालक दामोदर मिश्र ने कहा कि पलामू जिले में विहिप का विस्तार तेज़ी से हो रहा है और स्थानीय स्तर पर संगठन के कार्यकर्ता समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 1964 में हुई थी। इसके संस्थापकों में स्वामी चिन्मयानंद, एसएस आपटे और मास्टर तारा सिंह शामिल थे। 21 मई 1964 को मुंबई के संदीपनी साधनाशाला में आयोजित पहले सम्मेलन में हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध समुदाय के प्रतिनिधि मौजूद थे। यह सम्मेलन तत्कालीन आरएसएस सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर द्वारा बुलाया गया था। सम्मेलन में गोलवलकर ने भारत के सभी मताबलंबियों को एकजुट होने की आवश्यकता पर बल दिया। इसी उद्देश्य से विश्व हिंदू परिषद का गठन किया गया था।
आयोजन में सहभागिता
आज के समारोह में दामोदर मिश्र, अमित तिवारी, सुनील विश्वकर्मा, मनोज पाठक, संतोष कुमार, उपेंद्र कुमार गुप्ता, ओम प्रकाश पाठक, धनंजय पांडेय, बिहारी प्रसाद गुप्ता, अंकित मिश्र, सूरज प्रसाद गुप्ता समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने संगठन के उद्देश्यों और सेवाभाव को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
न्यूज़ देखो: इतिहास से प्रेरित संगठनात्मक एकता
विश्व हिंदू परिषद का स्थापना दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि संगठन की एकजुटता और सांस्कृतिक विरासत को पुनः स्मरण करने का अवसर है। सतबरवा में हुआ यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि संगठन की विचारधारा और सेवा कार्य आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सांस्कृतिक धरोहर और सेवा भाव का संगम
यह समारोह हमें यह संदेश देता है कि एकजुटता और सेवा भाव से ही समाज को नई दिशा दी जा सकती है। अब समय है कि हम सब इस विचारधारा को समझें, इसे आगे बढ़ाएं और अपने स्तर पर योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।