
#सिमडेगा #सत्संग_प्रशिक्षण : सिमडेगा शहर में आयोजित प्रांतीय सत्संग प्रशिक्षण वर्ग में कार्यकर्ताओं को जीवन और समाज में सत्संग की महत्ता से अवगत कराया गया
- विश्व हिंदू परिषद झारखंड प्रांत द्वारा सिमडेगा आनंद भवन में दो दिवसीय सत्संग प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ।
- उद्घाटन अवसर पर भारत माता, भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के चित्र पर दीप प्रज्वलन किया गया।
- मुख्य अतिथि अच्युतानंद जी ने कहा कि सत्संग से व्यक्ति के विचार, व्यवहार और कर्म में पवित्रता आती है।
- प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह ने सत्संग की भूमिका समाज में समानता और एकता बढ़ाने में केंद्रीय बताया।
- झारखंड के विभिन्न जिलों से सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सिमडेगा में विश्व हिंदू परिषद झारखंड प्रांत की ओर से आयोजित प्रांतीय सत्संग प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ शनिवार को आनंद भवन में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता, भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर सिमडेगा जिला अध्यक्ष कौशल राज सिंह देव ने कहा कि प्रांत स्तर पर सिमडेगा को चयनित करना जिले के लिए गौरव की बात है और यह आयोजन समाज को संगठन, संस्कृति और राष्ट्र के प्रति जागरूक करने का कार्य करता है।
मुख्य अतिथि अच्युतानंद जी के विचार
मुख्य अतिथि और विश्व हिंदू परिषद के केंद्र सत्संग सह प्रमुख अच्युतानंद जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सत्संग केवल आत्मिक शांति का साधन नहीं है, बल्कि यह ईश्वर की प्राप्ति और जीवन के नैतिक मार्ग को पहचानने का माध्यम है।
अच्युतानंद जी ने कहा: “सत्संग से मनुष्य के विचार, व्यवहार और कर्म में पवित्रता आती है। सत्संग व्यक्ति को समाज, संस्कृति और संगठन से जोड़ने का सशक्त माध्यम है।”
उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि सत्संग को केवल धार्मिक अनुष्ठान के रूप में न देखें, बल्कि इसे जीवन शैली के रूप में अपनाएं। उन्होंने कहा कि प्रांत स्तर के प्रशिक्षण वर्ग में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी से संगठन को मजबूती मिलेगी।
प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह का संदेश
प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह ने सत्संग की सामाजिक भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सत्संग समाज में समानता और एकता की भावना को बढ़ावा देता है।
देवी सिंह ने कहा: “जहां सत्संग कमजोर हुआ, वहां समाज में विभाजन बढ़ा। सत्संग को हर क्षेत्र में सशक्त बनाना आवश्यक है।”
उन्होंने उपस्थित लोगों को सेवा भाव और सामाजिक समरसता के साथ सत्संग करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता
इस अवसर पर प्रांत सत्संग प्रमुख रंजन कुमार सिंह, सह प्रमुख गणेश चंद्र विद्यार्थी, गुमला विभाग मंत्री कुलदीप सिंह, सिमडेगा जिला मंत्री कृष्णा शर्मा, सह मंत्री सुबोध महतो, जिला आचार्य पुरोहित प्रमुख विद्या बंधु शास्त्री, जिला सत्संग प्रमुख प्रकाश दास, किरण चौधरी, कोषाध्यक्ष मुरारी प्रसाद सहित झारखंड के विभिन्न जिलों से सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: सत्संग प्रशिक्षण से जीवन और समाज में नैतिकता की दिशा
यह प्रशिक्षण वर्ग दिखाता है कि सत्संग केवल धार्मिक क्रिया नहीं बल्कि समाज में नैतिकता, एकता और सामाजिक चेतना बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम है। ऐसे कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और संगठन को मजबूती प्रदान करने में सहायक हैं।
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सत्संग से जीवन और समाज को समृद्ध बनाएं
सत्संग हमें अपने विचारों, कर्मों और व्यवहार में सुधार लाने की प्रेरणा देता है। हम सबको चाहिए कि इन संदेशों को अपने जीवन में अपनाएं और समाज में समानता, एकता और समरसता को बढ़ावा दें। अपने अनुभव साझा करें, इस खबर को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें और सत्संग के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाएं।