Palamau

वित्त मंत्री ने किया अमानत सिंचाई योजना का निरीक्षण, किसानों को जल्द मिलेगी राहत

Join News देखो WhatsApp Channel

  • वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने पांकी में अमानत सिंचाई योजना के बराज स्थल का निरीक्षण किया।
  • 15 फरवरी 2025 तक मुआवजा राशि के भुगतान का निर्देश।
  • अमानत योजना से 23,000 हेक्टेयर खेतों में सिंचाई सुविधा का लक्ष्य।
  • बरसात से पहले नहर में पानी उपलब्ध कराने की योजना।

निरीक्षण और निर्देश

पलामू जिले के पांकी स्थित अमानत सिंचाई योजना के बराज स्थल का वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने निरीक्षण किया। इस अवसर पर झारखंड सरकार के सिंचाई सचिव प्रशांत कुमार, अभियंता प्रमुख विजय शंकर, उपायुक्त शशि रंजन, उप विकास आयुक्त मो. शब्बीर अहमद, और कई वरीय पदाधिकारी मौजूद रहे।

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने 15 फरवरी 2025 तक भू अर्जन मुआवजा राशि के भुगतान का निर्देश दिया।

अमानत सिंचाई योजना का महत्व

अमानत सिंचाई योजना से 23,000 हेक्टेयर खेतों में सिंचाई सुविधा मिलेगी, जिससे किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, योजना का बराज कार्य और आंशिक नहर निर्माण होने के बावजूद किसानों को अभी तक सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पाई है।

इस पर अभियंता प्रमुख विजय शंकर ने जानकारी दी कि

“बरसात से पहले योजना के प्रथम चरण में नहर में पानी उपलब्ध कराया जाएगा।”

सरकार की प्रतिबद्धता

झारखंड सरकार अमानत सिंचाई योजना को प्राथमिकता देते हुए इसकी जल्द से जल्द पूर्णता सुनिश्चित कर रही है। वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अधिकारियों को कार्य समय पर पूरा करने और किसानों को राहत देने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया।

न्यूज़ देखो के साथ अपडेट रहें

झारखंड के विकास और योजनाओं की हर ताजा खबर के लिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ जुड़े रहें।

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

Radhika Netralay Garhwa
Engineer & Doctor Academy
IMG-20250604-WA0023 (1)
IMG-20250723-WA0070
1000264265
20250923_002035
IMG-20250925-WA0154
IMG-20250610-WA0011
आगे पढ़िए...

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें

Related News

Back to top button
error: