
#पलामू #जेपीएससी : जैतुखांड़ के लाल ने रचा इतिहास, परिवार और गांव में खुशी की लहर
- जैतुखांड़ निवासी विवेक कुमार ने जेपीएससी 2023 में 255वां रैंक हासिल किया।
- पिता स्वर्गीय नंदू पासवान पूर्व वन क्षेत्र पदाधिकारी रहे, माता का नाम निर्मला देवी।
- इंटर की पढ़ाई जेएस कॉलेज मेदिनीनगर, बी.टेक नीट अगरतला से पूरी की।
- बचपन से मेधा सूची में सर्वोच्च स्थान पाने वाले विवेक रहे मेहनती और दृढ़संकल्पी।
- चयन के बाद पूरे गांव और प्रखंड में जश्न का माहौल, बधाई देने वालों का तांता।
पलामू जिले के लेस्लीगंज प्रखंड क्षेत्र के जैतुखांड़ गांव में इन दिनों खुशी की लहर दौड़ रही है। गांव के लाल विवेक कुमार, जिन्होंने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) 2023 की परीक्षा में शानदार सफलता पाई है, ने 255वां रैंक हासिल कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे प्रखंड और जिले का नाम रोशन किया है।
शिक्षा और संघर्ष की प्रेरक कहानी
विवेक कुमार बचपन से ही मेहनती, लगनशील और दृढ़संकल्पी छात्र रहे। उनके पिता स्वर्गीय नंदू पासवान वन क्षेत्र पदाधिकारी के पद पर कार्यरत थे। इंटर की पढ़ाई उन्होंने जेएस कॉलेज, मेदिनीनगर से पूरी की और फिर बी.टेक की डिग्री एनआईटी अगरतला से हासिल की। शिक्षा के इस सफर में उन्होंने कभी हार नहीं मानी और राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा में सफलता का झंडा गाड़ा।
लगातार पढ़ाई और समर्पण से मिला मुकाम
विवेक का कहना है कि पढ़ाई में निरंतरता ही सफलता की कुंजी है। वे हमेशा मेधा सूची में शीर्ष पर रहे और उनकी मेहनत का नतीजा है कि आज वे राज्य प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए। यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि पूरे गांव के लिए गर्व का क्षण है।
गांव में जश्न और शुभकामनाओं की बाढ़
उनकी सफलता से पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। परिवार, रिश्तेदार और ग्रामवासी लगातार उन्हें बधाई देने पहुंच रहे हैं। उनके छोटे भाई सनी कुमार वर्तमान में वन विभाग कार्यालय में कार्यरत हैं। विवेक की इस उपलब्धि ने संघर्षरत छात्रों के लिए नई प्रेरणा का स्रोत तैयार किया है।
न्यूज़ देखो: मेहनत और संकल्प से मिली बड़ी जीत
विवेक कुमार की यह उपलब्धि यह बताती है कि कठिनाइयों के बावजूद मजबूत इरादे और निरंतर मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यह कहानी झारखंड के उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो प्रशासनिक सेवाओं में करियर बनाने का सपना देखते हैं।
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आइए प्रेरणा को आगे बढ़ाएं
अब समय है कि हम विवेक कुमार की सफलता से सीख लें और अपने बच्चों को शिक्षा के महत्व के लिए प्रेरित करें। आप भी अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों व परिवार के साथ शेयर करें ताकि यह प्रेरणा औरों तक पहुंचे।