Palamau

दरुआ गांव में गूंजे कृष्ण भक्ति के स्वर: भव्य जन्माष्टमी उत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ सम्पन्न

Join News देखो WhatsApp Channel
#पलामू #जन्माष्टमी : पूरे गांव में धार्मिक माहौल, शोभायात्रा और प्रसाद वितरण से भक्तिमय रहा दरुआ
  • दरुआ गांव में जन्माष्टमी पर्व का आयोजन भव्य तरीके से सम्पन्न हुआ।
  • पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन से मंदिर प्रांगण भक्तिमय रहा।
  • श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया।
  • कार्यक्रम के बाद शोभायात्रा और विसर्जन सम्पन्न हुआ।
  • आयोजन में जन्माष्टमी समिति के सदस्य और स्थानीय लोग सक्रिय रहे।

पलामू जिले के पाण्डु प्रखण्ड के तीसीबार पंचायत अंतर्गत दरुआ गांव में जन्माष्टमी का पर्व इस बार विशेष भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाया गया। मंदिर प्रांगण में सुबह से ही भक्ति संगीत और कृष्ण भजनों की गूंज सुनाई देती रही। गांव के लोग पारंपरिक तरीके से सज-धजकर मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की।

भक्ति और उल्लास का संगम

पूजा के बाद भजन-कीर्तन का कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा। महिला-पुरुषों की सहभागिता ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। आयोजन समिति द्वारा श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया, जिससे वातावरण और भी पावन हो गया।

समिति और स्थानीय सहभागिता

इस मौके पर जन्माष्टमी समिति के सदस्य प्रदीप, राहुल, ज्वाला, रिंकू, शशि, पंकज, सतेंद्र, नीरज, कंचन, शिवम, हेमंत, शेखर और अमर श्रीवास्तव ने पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया। गांव के लोगों ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी से आयोजन को खास बना दिया।

शोभायात्रा और विसर्जन

भव्य धार्मिक अनुष्ठान के बाद भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को पूरे गांव में शोभायात्रा के रूप में निकाला गया। श्रद्धालु हाथों में ध्वज और जयकारे लगाते आगे बढ़े। शोभायात्रा के बाद प्रतिमा का विसर्जन श्रद्धा और आस्था के साथ सम्पन्न हुआ।

स्थानीय प्रतिक्रिया

पत्रकार तीर्थ राज दुबे ने इस अवसर पर कहा –

तीर्थ राज दुबे: “इस वर्ष दरुआ में जन्माष्टमी का आयोजन बेहद सफल और भव्य रहा। अगले वर्ष इसे और भी बेहतर तरीके से मनाया जाएगा।”

न्यूज़ देखो: परंपरा और आस्था का संगम

दरुआ गांव में आयोजित जन्माष्टमी उत्सव ने यह साबित कर दिया कि जब समाज मिलकर धर्म और संस्कृति के उत्सव मनाता है, तो आस्था और भाईचारे का संदेश पूरे क्षेत्र में फैलता है। यह आयोजन सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक एकता और परंपरा के संरक्षण का प्रतीक भी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

कृष्ण भक्ति से जुड़ी प्रेरणा

जन्माष्टमी का पर्व हमें सिखाता है कि जीवन में धर्म, सत्य और प्रेम का मार्ग ही सर्वोपरि है। अब समय है कि हम सब इस भक्ति भाव को अपने जीवन में उतारें और समाज को बेहतर बनाने में योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि कृष्ण भक्ति का संदेश और दूर तक पहुंचे।

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

1000264265
Radhika Netralay Garhwa
IMG-20250604-WA0023 (1)
20250923_002035
IMG-20250925-WA0154
IMG-20250723-WA0070
IMG-20250610-WA0011
Engineer & Doctor Academy
आगे पढ़िए...

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें

Related News

Back to top button
error: