
#जरही #खेल_उद्घाटन : हनुमान मंदिर परिसर में वॉलीबॉल खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ, खेल से शारीरिक व सामाजिक विकास पर बल दिया गया।
- कार्यक्रम का उद्घाटन युवा समाजसेवी शंकर कुमार चौधरी ने किया।
- आयोजन स्थल: हनुमान मंदिर परिसर, ग्राम जरही।
- तारीख: 11 दिसंबर 2025, गुरुवार।
- खेल को राजनीति से ऊपर रखने की अपील की गई।
- सामाजिक और आवश्यक कार्यों हेतु 24 घंटे तत्पर रहने की घोषणा।
ग्राम पंचायत जरही, डंडई प्रखंड में गुरुवार 11 दिसंबर 2025 को हनुमान मंदिर परिसर में वॉलीबॉल खेल का शुभारंभ उत्साह और उमंग के बीच हुआ। उद्घाटन समारोह का नेतृत्व ग्राम के युवा समाजसेवी एवं ज्योति प्रज्ञा केन्द्र (CSC) के संचालक श्री शंकर कुमार चौधरी ने किया। खेल के प्रति युवाओं में बढ़ती रुचि को देखते हुए यह आयोजन पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणादायक पहल माना जा रहा है।
वॉलीबॉल खेल का उद्घाटन, खेलभावना पर जोर
उद्घाटन के दौरान शंकर कुमार चौधरी ने कहा कि खेल व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बताया कि वॉलीबॉल जैसे टीम गेम से खिलाड़ियों में अनुशासन, एकजुटता और आपसी सहयोग की भावना मजबूत होती है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि—
“खेल को राजनीतिक दृष्टिकोण से बिल्कुल नहीं देखा जाना चाहिए। चाहे क्रिकेट हो, कबड्डी, टेनिस, फुटबॉल, लूडो या कोई अन्य खेल—हर खिलाड़ी को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का समान अवसर मिलना चाहिए।”
सामाजिक कार्यों में सदैव तत्पर रहने का आश्वासन
समारोह के अंत में श्री चौधरी ने पंचायतवासियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि गांव में किसी भी सामाजिक कार्य या आवश्यक सेवा के लिए वे 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने युवाओं को अधिक से अधिक खेल और रचनात्मक गतिविधियों से जुड़ने की भी सलाह दी।
ग्रामीणों में उत्साह, युवाओं में ऊर्जा
इस खेल आयोजन से स्थानीय युवाओं में उत्साह देखने को मिला। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम गांव के माहौल को सकारात्मक बनाते हैं और युवाओं को नशा, अपराध व नकारात्मक गतिविधियों से दूर रखने में मदद करते हैं।

न्यूज़ देखो: गांवों में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की जरूरत
जरही में आयोजित यह छोटा लेकिन सार्थक खेल आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में खेल संस्कृति के पुनर्जीवन की ओर एक सकारात्मक कदम है। गांव स्तर पर खेल को बढ़ावा देने से न सिर्फ प्रतिभाएँ सामने आती हैं बल्कि समाज में ऊर्जा, अनुशासन और स्वस्थ माहौल भी बनता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेल भावना से गांव होगा सशक्त
खेल न सिर्फ शरीर को मजबूत बनाता है, बल्कि समाज को भी मजबूत करता है। युवा यदि खेल और सकारात्मक गतिविधियों से जुड़ें, तो पंचायतों का विकास तेज़ी से संभव है।
आप भी बताएं—क्या आपके गांव में ऐसे खेल कार्यक्रम होने चाहिए? कमेंट करें, खबर साझा करें और खेल संस्कृति को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें।





