#गढ़वा #प्रतिमा_अनावरण : पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने शहीद अब्दुल हमीद की प्रतिमा का किया अनावरण
- गढ़वा मझिआंव मोड़ पर शहीद अब्दुल हमीद की प्रतिमा का अनावरण।
- पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने किया प्रतिमा का उद्घाटन।
- 1965 के भारत–पाक युद्ध में परमवीर चक्र विजेता रहे थे शहीद अब्दुल हमीद।
- ठाकुर ने कहा, शहीदों और महापुरुषों के साथ भेदभाव बर्दाश्त नहीं।
- मौके पर नगर परिषद पदाधिकारी और झामुमो जिलाध्यक्ष शंभु राम सहित कई लोग उपस्थित।
गढ़वा। वीर शहीद अब्दुल हमीद की शहादत दिवस पर बुधवार को गढ़वा शहर के मझिआंव मोड़ पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री एवं झामुमो के केंद्रीय महासचिव मिथिलेश कुमार ठाकुर ने शहीद की प्रतिमा का उद्घाटन किया। प्रतिमा अनावरण के दौरान लोगों ने श्री ठाकुर का माला पहनाकर और बुके देकर गर्मजोशी से स्वागत किया।
शौर्यगाथा से भरा इतिहास
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मौके पर कहा कि शहीद अब्दुल हमीद भारतीय सेना की 4 ग्रेनेडियर यूनिट में सिपाही के रूप में तैनात थे। 1965 के भारत–पाक युद्ध में उन्होंने अदम्य साहस का परिचय दिया। पाकिस्तान के अजेय माने जाने वाले पैटन टैंकों को मात्र गन माउंटेड जीप से नष्ट कर उन्होंने इतिहास रच दिया। शौर्य और बलिदान के लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। श्री ठाकुर ने कहा कि आज भी देश की आज़ादी और सुरक्षा ऐसे ही वीरों की वजह से संभव है।
राजनीतिक तकरार पर तीखा प्रहार
श्री ठाकुर ने कहा कि इद्रिसी समाज की मांग पर उन्होंने विधायक निधि से इस प्रतिमा को स्वीकृत किया था, पर चुनाव आचार संहिता लगने के कारण अनावरण में विलंब हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि जिले में जब भी कोई नेक कार्य होता है तो कुछ लोग जिला और पुलिस प्रशासन को गुमराह कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि झामुमो आंदोलन की पार्टी है और शहीदों के सम्मान में किसी भी प्रकार का विरोध कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
“ईंट से ईंट बजा देंगे”
पूर्व मंत्री ने सख्त लहजे में कहा कि जो लोग अच्छे कार्यों का विरोध करेंगे, उन्हें झामुमो के सिपाही ईंट से ईंट बजाकर जवाब देंगे। उन्होंने विधायक पर हिंदू–मुस्लिम की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे बताएं आखिर हिंदू समाज के लिए उन्होंने कौन-सा ठोस कार्य किया है।
जनसमूह की गवाही
इस अवसर पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, झामुमो जिलाध्यक्ष शंभु राम, जवाहर पासवान, तनवीर आलम, नसीम खलीफा, सरफराज, मदनी खान, नितेश सिंह, फरीद खान, राजेश गुप्ता, चंदन जायसवाल, अनिता दत्त, डॉ. इस्तेयाक, ओबैदुल्लाह हक अंसारी, संतोष केसरी, नारद तिवारी, धनंजय तिवारी, शौकत कुरैशी, ज्योति प्रकाश केसरी, गुप्तेश्वर ठाकुर समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
मिथिलेश ठाकुर का ऐलान – अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा भी लगवाएंगे
प्रतिमा अनावरण समारोह के दौरान श्री ठाकुर ने कहा कि भाजपा शहीद अब्दुल हमीद की प्रतिमा का विरोध कर रही है, जबकि मैं स्वयं अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि यदि लोग चाहें तो वे पूरी राशि स्वयं लगाकर अटल जी की प्रतिमा स्थापित कराएंगे और उसका अनावरण भी उन्हीं लोगों से कराएंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे शहीदों और महापुरुषों में कोई भेदभाव नहीं करते।



न्यूज़ देखो: शहीदों का सम्मान राजनीति से ऊपर होना चाहिए
यह घटना दिखाती है कि शहीदों और महापुरुषों का सम्मान किसी राजनीतिक खेमे तक सीमित नहीं होना चाहिए। देश के लिए बलिदान देने वाले वीरों की प्रतिमाएँ केवल मूर्तियाँ नहीं बल्कि प्रेरणा की धरोहर हैं। गढ़वा में शहीद अब्दुल हमीद की प्रतिमा का अनावरण समाज को यह संदेश देता है कि शौर्य और बलिदान सदैव अमर रहेंगे।
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शौर्य को नमन करें और एकता का संकल्प लें
आज जरूरत है कि हम सब शहीदों के बलिदान को नमन करें और समाज में भाईचारा, एकता और सम्मान को बनाए रखें। अपनी राय कॉमेंट करें और खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं ताकि यह संदेश हर घर तक पहुंचे।