
#लातेहार #घरेलूदहशत : छिपादोहर थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव में घरेलू विवाद के चलते पति ने पत्नी और तीन वर्षीय बेटे की हत्या कर दी, आरोपी को गिरफ्तार कर बरामद किए साक्ष्य
- छिपादोहर थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव में पति मोहन लाल उरांव ने पत्नी और तीन वर्षीय बेटे की हत्या की।
- आरोपी ने घटना को अंजाम देने के बाद फरार होने की कोशिश की, शनिवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
- हत्या में प्रयुक्त छैनी, खून से सने कपड़े, टूटी चूड़ियां, मंगलसूत्र के टुकड़े और 2500 रुपये नकद बरामद किए गए।
- मृतका सोनामुनी देवी फैजाबाद (उत्तर प्रदेश) के ईंट भट्ठे में मजदूरी करती थी।
- आरोपी ने पांच वर्षीय बड़े बेटे सागर उरांव पर भी हमला करने का प्रयास किया, लेकिन बच्चा बच गया।
- छापेमारी दल में अवर निरीक्षक रितेश कुमार राव, विकासेंदु, सहायक अवर निरीक्षक इंद्रिजीत तिवारी और आईआरबी के 04 पी ए टी 137 शस्त्रबल शामिल थे।
बरवाडीह जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव में घरेलू विवाद ने दो जीवन ले लिए। गुरुवार रात पति मोहन लाल उरांव ने अपने गुस्से में पत्नी सोनामुनी देवी और तीन वर्षीय बेटे सूरज उरांव की हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।
घटना का विवरण
एसडीपीओ बरवाडीह भरत राम ने प्रेस वार्ता में बताया कि मृतका फैजाबाद के ईंट भट्ठे में मजदूरी करती थी और 28 अगस्त को घर लौटी थी। आरोपी पति मोहन लाल उससे उसकी कमाई के पैसे मांग रहा था। पैसे न देने पर उसने गुस्से में पत्नी पर नुकीले हथियार (छैनी) से हमला कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपने तीन वर्षीय बेटे सूरज को भी मार डाला।
बड़े बेटे की मासूमियत ने बचाया जीवन
पुलिस के अनुसार आरोपी ने अपने पांच वर्षीय बड़े बेटे सागर उरांव पर भी हमला करने का प्रयास किया। बच्चा रोते हुए बोला कि “मास्टर साहब कहते हैं कि बच्चों को नहीं मारना चाहिए, मुझे मत मारो।” यह सुनकर आरोपी थोड़ी देर के लिए ठिठक गया और फिर घर से फरार हो गया।
बरत राम ने बताया: “घटना अत्यंत दर्दनाक है। आरोपी के खिलाफ आवश्यक साक्ष्य के साथ कार्रवाई की जा रही है।”
पुलिस कार्रवाई और साक्ष्य
घटना स्थल से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त छैनी, खून से सने कपड़े, मिट्टी के नमूने, टूटी चूड़ियां, मंगलसूत्र के टुकड़े और 2500 रुपये नकद बरामद किए। छापेमारी दल में अवर निरीक्षक रितेश कुमार राव, विकासेंदु, सहायक अवर निरीक्षक इंद्रिजीत तिवारी और आईआरबी के 04 पी ए टी 137 शस्त्रबल शामिल थे।
पारिवारिक विवाद और घटनाक्रम
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि मोहन लाल और सोनामुनी एक ही गांव के निवासी थे और पिछले पांच साल से साथ रह रहे थे। एक वर्ष पूर्व शादी हुई थी। विवाह के बाद से ही इनके बीच घरेलू विवाद अक्सर होते रहते थे, जो इस दर्दनाक घटना की वजह बने।
न्यूज़ देखो: घरेलू हिंसा और कानूनी कार्रवाई
गणेशपुर गांव की यह घटना घरेलू हिंसा के खतरों को उजागर करती है। प्रशासन और पुलिस की तत्परता से आरोपी को गिरफ्तार किया गया और हत्या में प्रयुक्त साक्ष्य बरामद किए गए। यह घटना समाज में परिवारिक विवादों के गंभीर परिणामों को याद दिलाती है।
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