#बानो #वन_घटना : ग्राम सोडा में बकरियों के लिए जंगल से चारा लाने गए गोसनर मुंडू पर जंगली सूअर ने हमला किया, वन विभाग और प्रशासन ने समय पर राहत पहुंचाई
- गोसनर मुंडू (40) अपने पालतू बकरियों के लिए जंगल गए थे, तभी जंगली सूअर ने हमला किया।
- हमला पेट और हाथ में चोटों के साथ हुआ, जिससे गोसनर मुंडू कुछ समय के लिए बेहोश हो गए।
- साहस दिखाते हुए उन्होंने एक हाथ से सूअर के जबड़े को पकड़ा और दूसरे हाथ में दौली लेकर वार किया, जिससे जंगली सूअर भाग गया।
- घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो में प्राथमिक उपचार दिया गया।
- घटना की सूचना जिला परिषद बानो और पंचायत मुखिया कृपा हेमरोम को दी गई, जिन्होंने अस्पताल पहुंचकर हालचाल जाना।
- वन विभाग बानो के रेंजर अभय कुमार ने तत्काल ₹2000 की सहायता राशि प्रदान की।
गोसनर मुंडू ग्राम सोडा से अपने पालतू बकरियों के लिए जंगल गए थे, तभी अचानक जंगली सूअर ने उन पर हमला कर दिया। हमला इतना तेज था कि गोसनर मुंडू लगभग छह फीट गहरे गड्ढे में गिर गए और पेट में गंभीर चोटें लगीं। साहसिक प्रयास करते हुए उन्होंने सूअर के जबड़े को पकड़ लिया और दौली से वार किया, जिससे जंगली सूअर भाग गया।
प्राथमिक उपचार और अस्पताल में भर्ती
बेहोशी से उबरने के बाद गोसनर मुंडू घर लौट आए और परिजनों ने उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो ले जाया। वहां डॉ. जावेद ने प्राथमिक उपचार किया और बताया कि उनकी हालत स्थिर है और स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
प्रशासनिक और पंचायत का हस्तक्षेप
घटना की सूचना जिला परिषद बानो और पंचायत मुखिया कृपा हेमरोम को फोन के माध्यम से दी गई। दोनों अधिकारी तुरंत अस्पताल पहुंचे और घायल का हालचाल जाना। जिला परिषद ने वन विभाग को भी घटना की जानकारी दी।
वन विभाग की सहायता और प्रतिक्रिया
घायल गोसनर मुंडू के उपचार के लिए वन विभाग बानो के रेंजर अभय कुमार ने तत्काल ₹2000 की सहायता राशि प्रदान की। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दी जाने वाली बाकी सहायता राशि बाद में प्रदान की जाएगी।

न्यूज़ देखो: बानो में जंगली सूअर का हमला और प्रशासन की त्वरित राहत
यह घटना ग्रामीणों की सुरक्षा और जंगल के निकट रहने वाले लोगों के लिए खतरे को उजागर करती है। प्रशासन, पंचायत और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई ने गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को समय पर राहत और उपचार उपलब्ध कराया।
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जागरूक रहें और सुरक्षित रहें
जंगलों में काम करने वाले ग्रामीणों को सतर्क रहना आवश्यक है। सुरक्षा उपाय अपनाने और अधिकारियों से सहयोग लेने से इस तरह की घटनाओं में जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती है। अपनी राय साझा करें, इस खबर को दूसरों तक पहुंचाएं और ग्रामीण सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाएं।