
#ठेठईटांगर #हाथीउत्पात : धावाईटोली में घर तोड़े, धान खाया, फसलें बर्बाद — जनप्रतिनिधियों ने की मदद
- जंगली हाथियों ने धावाईटोली में घर तोड़कर और धान खाकर नुकसान पहुंचाया।
- फसलें बर्बाद होने से ग्रामीणों में चिंता और परेशानी।
- विधायक विक्सल नमन कोनगाड़ी के निर्देश पर राहत सामग्री दी गई।
- प्रखंड प्रमुख बिपिन पंकज मिंज ने वन विभाग से नुकसान का आकलन कराने को कहा।
- मुआवजा जल्द देने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश।
ठेठईटांगर प्रखंड के ताराबोगा पंचायत के धावाईटोली गांव में बीते दिनों जंगली हाथियों ने ग्रामीणों की शांति भंग कर दी। हाथियों ने न केवल घरों को नुकसान पहुंचाया बल्कि खेतों में लगे धान को भी खा लिया। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत और बेचैनी फैल गई। ग्रामीणों को अपनी मेहनत की कमाई और मेहनत से उगाई गई फसल बर्बाद होते देख गहरा दुख हुआ।
हाथियों का लगातार बढ़ता खतरा
ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि जंगली हाथियों का गांव में आना अब सामान्य हो गया है। वे आए दिन खेतों और घरों में घुसकर नुकसान कर रहे हैं। लोगों के पास न तो इतने साधन हैं कि वे हाथियों को भगा सकें और न ही सुरक्षित ठिकानों पर जाने का विकल्प।
विधायक ने दिलाई तत्काल मदद
घटना की जानकारी मिलते ही विधायक विक्सल नमन कोनगाड़ी ने तत्काल अपने प्रतिनिधियों को पीड़ित परिवारों की मदद के निर्देश दिए। विधायक प्रतिनिधि और प्रखंड प्रमुख बिपिन पंकज मिंज ने मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को चावल और प्लास्टिक त्रिपाल उपलब्ध कराए ताकि वे अस्थायी रूप से अपना जीवनयापन कर सकें। उन्होंने मौके से ही वन विभाग के अधिकारियों को कॉल कर नुकसान का तत्काल आकलन करने और मुआवजा देने की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए।
बिपिन पंकज मिंज ने कहा: “गांव में हाथियों का प्रवेश एक गंभीर समस्या है। हम चाहते हैं कि मुआवजा जल्द से जल्द पीड़ितों तक पहुंचे और उन्हें समय पर मदद मिले।”
हाथियों को लेकर चेतावनी और उपाय
विधायक प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से अपील की कि अगर किसी भी समय गांव में हाथी प्रवेश करता है तो तुरंत इसकी सूचना विधायक तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि इससे समय रहते हाथी भगाने के संसाधन गांव में पहुंचाए जा सकेंगे और वन विभाग को भी सतर्क किया जा सकेगा।
मौके पर मौजूद मोहम्मद कारू, उत्तम समद शाहबाज और अन्य स्थानीय लोग भी राहत कार्य में सहयोग कर रहे थे।

न्यूज़ देखो: वन्यजीवों से सुरक्षा की प्राथमिकता
यह घटना साफ दिखाती है कि जंगली हाथियों से प्रभावित इलाकों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया कितनी जरूरी है। वन विभाग, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को मिलकर स्थायी समाधान निकालना होगा ताकि ग्रामीणों की जान-माल सुरक्षित रह सके। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
गांव की सुरक्षा हम सबकी जिम्मेदारी
हमें न केवल सरकार और प्रशासन पर निर्भर रहना चाहिए, बल्कि अपनी सामुदायिक चेतना को भी मजबूत करना होगा। ऐसे समय में एकजुट रहकर समस्या का समाधान ही आगे का रास्ता है। आप भी अपनी राय कॉमेंट में बताएं और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें ताकि जागरूकता फैले और समय रहते सुरक्षा उपाय अपनाए जा सकें।