रक्तदान से बची महिला की जान, बंगाल के सलमान बने मिसाल

#गढ़वा #रक्तदानऔरमानवता : गढ़वा के सलमान ने रक्तदान कर एक महिला की जान बचाई — एक मजदूर ने दिखाया इंसानियत का जज़्बा

रक्तदान से बची महिला की जान

गढ़वा (झारखंड)। गढ़वा जिला सदर अस्पताल में रविवार को एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जो मानवता और इंसानियत की मिसाल बना। एक महिला की जान रक्त की कमी के कारण संकट में थी, लेकिन बंगाल के खड़गपुर निवासी सलमान ने रक्तदान कर उस महिला की जान बचाई।

मरीज़ की पहचान राजू कुमार की पत्नी कुमारी सोनी (35 वर्ष) के रूप में हुई। वह गंभीर रक्त की कमी से जूझ रही थीं, और डॉक्टरों ने तत्काल रक्त की आवश्यकता जताई थी। लेकिन परिजनों के पास कोई विकल्प नहीं था। तभी यह सूचना सलमान तक पहुँची, जिन्होंने बिना समय गंवाए सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में पहुंचकर रक्तदान किया।

सलमान की इंसानियत का उदाहरण

सलमान पिछले आठ वर्षों से गढ़वा जिले में रहकर फर्नीचर का काम कर रहे हैं। रक्तदान के बाद उन्होंने कहा:

सलमान ने कहा:
“गढ़वा के लोगों ने मुझे बहुत प्यार और सम्मान दिया है। आज जब मुझे सेवा का अवसर मिला, तो मैंने मानवता के नाते यह कर्तव्य निभाया। मुझे बेहद खुशी है कि मैं किसी की जान बचाने में मददगार बना।”

अस्पताल प्रशासन और परिजनों का आभार

सलमान के इस योगदान की हर ओर सराहना हो रही है। अस्पताल प्रशासन ने उनका आभार व्यक्त किया और मरीज के परिजनों ने भी सलमान का धन्यवाद किया। इस घटना ने समाज को एक संदेश दिया है कि जाति, धर्म और भाषा से ऊपर इंसानियत सबसे बड़ी सेवा है।

न्यूज़ देखो: मानवता के जज़्बे का सम्मान

न्यूज़ देखो हमेशा मानता है कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी की आवश्यकता है। सलमान ने न केवल रक्तदान के माध्यम से एक जीवन बचाया, बल्कि उसने यह भी दिखाया कि जब इंसानियत को सर्वोपरि रखा जाता है, तो समाज में एकता और प्रेम बढ़ता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

समाज में योगदान का महत्व

आप भी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में योगदान दे सकते हैं। अगर आप रक्तदान जैसे कार्य में भाग लेते हैं, तो न केवल आप किसी की जान बचाते हैं, बल्कि आप अपने समुदाय को भी एक नई दिशा दिखाते हैं।
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