
#गोमो #महिलाओंकीगिरफ्तारी – डुमरी विधायक जयराम महतो ने मानवता की मिसाल कायम करते हुए आरपीएफ द्वारा पकड़ी गई महिलाओं की रिहाई करवाई
- गोमो जंक्शन पर 17 महिलाओं को सब्ज़ी बेचने के कारण हिरासत में लिया गया
- रेलवे पुलिस ने लगाया जुर्माना, सब्ज़ियाँ भी जब्त कर ली गईं
- डुमरी विधायक जयराम महतो ने पहुंचकर सभी महिलाओं को मुक्त करवाया
- विधायक ने खुद जुर्माना चुकाया और मुकदमा न करने की अपील की
- घटना के बाद सवाल उठा — क्या कानून सिर्फ गरीबों पर ही लागू होता है?
- भूमिहीनों को सब्ज़ी बेचना मुश्किल, लेकिन हजारों एकड़ कब्जा करने वालों पर कार्रवाई नहीं
गोमो स्टेशन पर मानवता को लज्जित करती तस्वीर
आज धनबाद जिले के गोमो जंक्शन पर एक चौंकाने वाली घटना घटी, जहां 17 गरीब महिलाएं केवल सब्ज़ी बेचने के लिए आरपीएफ द्वारा हिरासत में ले ली गईं। इन पर जुर्माना लगाया गया और उनकी सब्ज़ियाँ तक जब्त कर ली गईं। यह देखकर आसपास के लोग स्तब्ध रह गए कि दिहाड़ी पर आश्रित गरीब महिलाएं भी अब सुरक्षित नहीं।
विधायक जयराम महतो ने दिखाया मानवीय चेहरा
घटना की जानकारी मिलते ही डुमरी विधायक जयराम महतो तत्काल गोमो जंक्शन पहुंचे। उन्होंने न केवल महिलाओं के जुर्माने की राशि अदा की, बल्कि आरपीएफ अधिकारियों से बातचीत कर उनकी तत्काल रिहाई सुनिश्चित की। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि इन महिलाओं पर कोई मुकदमा दर्ज न किया जाए।
“गरीबों को सज़ा देना बहुत आसान हो गया है, लेकिन क्या यही न्याय है? ये महिलाएं केवल दो वक्त की रोटी के लिए सब्ज़ी बेच रही थीं,”
— जयराम महतो
सवाल गहराया : क्या कानून केवल गरीबों के लिए है?
घटना के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है कि गरीब महिलाएं, जो खुद को और अपने परिवार को पालने के लिए सब्ज़ी बेच रही थीं, उनके खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई की जा रही है, लेकिन दूसरी तरफ बोकारो में हजारों एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
यह घटना झारखंड के गरीबों की दोहरी मार को उजागर करती है — पहले जमीन छीनी जाती है, फिर पेट पालने की कोशिश पर भी जुर्माना ठोंका जाता है।

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