
#लातेहार #रोजगार_प्रशिक्षण : पीटीआर में 30 ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विशेष प्रशिक्षण शुरू।
पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में स्थानीय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से स्किल एवं हस्तकला प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। डीएफओ के निर्देश पर शुरू इस पहल में छिपादोहर वन क्षेत्र की 30 महिला अभ्यर्थी भाग ले रही हैं। प्रशिक्षण का लक्ष्य रोजगार से जोड़कर महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत करना है। कार्यक्रम स्थानीय स्तर पर आजीविका सृजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
- पलामू टाइगर रिजर्व में रोजगार योजना के तहत स्किल प्रशिक्षण।
- 30 महिला अभ्यर्थियों को दिया जा रहा विशेष प्रशिक्षण।
- छिपादोहर वन क्षेत्र के विभिन्न गांवों से चयन।
- अग्रणी स्किल डेवलपमेंट सोसायटी द्वारा प्रशिक्षण संचालन।
- प्रशिक्षणार्थियों के बीच निशुल्क कीट का वितरण।
- प्रशिक्षण के बाद स्वरोजगार में सहयोग का आश्वासन।
पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल की गई है। पीटीआर प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से स्किल प्रशिक्षण एवं हस्तकला प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम वन क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए आजीविका के नए अवसर खोलने का प्रयास है।
यह प्रशिक्षण पीटीआर के डीएफओ प्रजेशकांत जैना के निर्देश पर और रेंजर अजय टोप्पो के नेतृत्व में रोजगार योजना के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम में चयनित महिलाएं न केवल नए कौशल सीख रही हैं, बल्कि भविष्य में स्वरोजगार शुरू करने की दिशा में भी कदम बढ़ा रही हैं।
30 महिलाओं को मिल रहा विशेष प्रशिक्षण
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 30 महिला अभ्यर्थी भाग ले रही हैं। सभी महिलाओं का चयन छिपादोहर वन क्षेत्र के विभिन्न गांवों से किया गया है। प्रशिक्षण का उद्देश्य वन क्षेत्र से सटे ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करना है।
महिलाएं प्रशिक्षण के दौरान हस्तकला और अन्य रोजगारोन्मुखी कौशल सीख रही हैं, जिससे वे आगे चलकर स्वयं का काम शुरू कर सकें।
प्रशासन की पहल, रोजगार से जोड़ने का प्रयास
फॉरेस्टर नवीन प्रसाद ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा:
नवीन प्रसाद ने कहा: “प्रशिक्षण पूरा होने के बाद प्रतिभागियों को स्वरोजगार शुरू करने में हरसंभव सहायता दी जाएगी। ऐसे कार्यक्रमों से स्थानीय महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है।”
उन्होंने बताया कि पीटीआर प्रशासन का लक्ष्य केवल वन संरक्षण ही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीणों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना भी है।
निशुल्क कीट का वितरण
कार्यक्रम के तहत बुधवार को प्रशिक्षण ले रही सभी महिला अभ्यर्थियों के बीच निशुल्क प्रशिक्षण कीट का वितरण किया गया। इससे महिलाओं को प्रशिक्षण के दौरान आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई, जिससे वे बिना किसी आर्थिक बोझ के कौशल सीख सकें।
यह पहल महिलाओं के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ प्रशिक्षण को व्यवहारिक रूप से प्रभावी बनाने में सहायक साबित हो रही है।
अग्रणी स्किल डेवलपमेंट सोसायटी का सहयोग
यह पूरा प्रशिक्षण कार्यक्रम अग्रणी स्किल डेवलपमेंट सोसायटी द्वारा संचालित किया जा रहा है। संस्था की ओर से प्रशिक्षकों के माध्यम से महिलाओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर इस तरह के प्रयासों से रोजगार सृजन की संभावनाएं मजबूत हो रही हैं।
वन क्षेत्र में इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
न्यूज़ देखो: संरक्षण के साथ आजीविका का संतुलन
पलामू टाइगर रिजर्व में चल रहा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दिखाता है कि वन संरक्षण और स्थानीय विकास एक साथ संभव है। महिलाओं को कौशल देकर रोजगार से जोड़ना सामाजिक और आर्थिक दोनों दृष्टि से प्रभावी कदम है। आने वाले समय में ऐसे प्रयासों की निरंतरता बेहद जरूरी है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
हुनर से बदलेगी तस्वीर, महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
ग्रामीण महिलाओं को अगर सही प्रशिक्षण और अवसर मिलें, तो वे अपने परिवार और समाज की तस्वीर बदल सकती हैं। इस तरह की पहल को समर्थन देना हम सबकी जिम्मेदारी है। अपनी राय साझा करें, इस खबर को आगे बढ़ाएं और आत्मनिर्भर भारत की इस मुहिम को मजबूत करें।





