
#गढ़वासमाचार #दौलतसोनी_समारोह – विद्यालय में सम्मानित होने पहुंचे अपने पूर्व छात्र, भावुक हुए दौलत सोनी
- ज्ञान निकेतन विद्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन
- मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए युवा समाजसेवी दौलत सोनी
- मेधावी छात्रों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह से किया गया सम्मानित
- विद्यालय में कदम रखते ही भावुक हुए दौलत सोनी, बोले – यह क्षण मेरे जीवन का अविस्मरणीय पल
- नैतिक शिक्षा और समाज सेवा की प्रेरणा दी विद्यार्थियों को
शिक्षा की नींव रखने वाले विद्यालय में बतौर अतिथि लौटे दौलत सोनी
गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र स्थित ज्ञान निकेतन विद्यालय में आयोजित एक गरिमामय सम्मान समारोह में शनिवार को युवा समाजसेवी दौलत सोनी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर विद्यालय ने अपने मेधावी छात्रों को सम्मानित किया, और सोनी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
दौलत सोनी के शब्दों में बसी बचपन की स्मृतियाँ
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवा समाजसेवी दौलत सोनी ने कहा,
“जिस विद्यालय में मैंने अपने जीवन की प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की, उसी विद्यालय में आज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होना मेरे लिए अत्यंत गौरवपूर्ण एवं भावुक क्षण है।”
उन्होंने बताया कि ज्ञान निकेतन विद्यालय से ही उन्होंने क, ख, ग और A, B, C, D सीखना शुरू किया, और यहीं से उनकी शिक्षा की नींव पड़ी। उन्होंने विद्यालय के निदेशक आदरणीय मदन सर का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा,
“आज मैं जो कुछ भी हूं, उसमें इस विद्यालय और मदन सर का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने हमेशा विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।”
सम्मानित करते हुए भावुक हुए दौलत सोनी
दौलत सोनी ने मंच से कहा कि विद्यालय परिसर में कदम रखते ही अनेक यादें ताज़ा हो गईं और यह दिन उनके जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया। उन्होंने कहा कि बच्चों को मंच से सम्मानित करना उनके सामाजिक दायित्व को और अधिक मजबूत करता है।
बच्चों को दी प्रेरणा: नैतिक शिक्षा और समाज सेवा की राह पर चलें
अपने प्रेरणादायक संबोधन में दौलत सोनी ने विद्यार्थियों को न केवल शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रेरणा दी, बल्कि उन्हें नैतिक मूल्यों, सामाजिक दायित्वों और सेवा की भावना के साथ जीवन में आगे बढ़ने की भी सीख दी।



न्यूज़ देखो : शिक्षा और संस्कार के संगम में एक भावुक अध्याय
‘न्यूज़ देखो’ हर उस कहानी को सामने लाता है जो समाज, शिक्षा और प्रेरणा का मजबूत उदाहरण बनती है। युवा समाजसेवी दौलत सोनी का यह विद्यालय भ्रमण न केवल एक कार्यक्रम था, बल्कि संवेदनाओं और समर्पण का प्रतीक भी बना।
हमारे शहर के युवाओं की ऐसी पहलें, निश्चित रूप से अगली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं।