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युवाओं का धार्मिक कार्य की ओर अग्रसर होना समाज के लिए शुभ संकेत : रुद्र शुक्ला

#लेस्लीगंज #रामलीला : कमलकेडीय ग्राम में हुआ भव्य रामलीला आयोजन, पूर्व प्रत्याशी रुद्र शुक्ला बने उद्घाटनकर्ता

पलामू (मेदनीनगर): पांकी विधानसभा क्षेत्र के नीलांबर-पीतांबरपुर लेस्लीगंज प्रखंड स्थित कमलकेडीय ग्राम में इस वर्ष भव्य रामलीला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व विधायक प्रत्याशी एवं युवा नेता रुद्र शुक्ला ने फीता काटकर किया। आयोजन स्थल पर उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के जयघोष से वातावरण को भक्ति मय बना दिया।

पैतृक गांव में पहुंचे रुद्र शुक्ला

कमलकेडीय ग्राम को अपना पैतृक गांव बताते हुए रुद्र शुक्ला ने कहा कि “यह वही मिट्टी है जहां मेरा जन्म हुआ, यह मेरी जन्मभूमि और कर्मभूमि दोनों है।” उन्होंने कहा कि गांव में रामलीला का आयोजन होना गर्व और आस्था दोनों का प्रतीक है। इससे लोगों में धार्मिक चेतना और सामूहिक एकता की भावना मजबूत होती है।

रुद्र शुक्ला ने कहा: “युवाओं का धार्मिक कार्यों की ओर अग्रसर होना समाज में अच्छे संकेत हैं। इससे नई पीढ़ी अपने संस्कारों से जुड़ी रहेगी और समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।”

समिति ने किया सम्मान, जताया आभार

कार्यक्रम में कमलकेडीय पूजा समिति ने रुद्र शुक्ला को चुनरी बांधकर सम्मानित किया। सम्मान प्राप्त करने के बाद उन्होंने समिति के सभी सदस्यों का दिल से आभार व्यक्त किया और कहा कि ऐसे आयोजन ग्रामीण समाज में एकता, सहयोग और सद्भाव को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम के चरित्र से प्रेरणा लेकर हमें जीवन में सत्य, त्याग और धर्म के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

युवाओं की भूमिका बनी मिसाल

रामलीला के आयोजन में युवा वर्ग की भूमिका सबसे अहम रही। उन्होंने पूरे आयोजन की जिम्मेदारी निभाई और स्थानीय लोगों के सहयोग से पूरे क्षेत्र को सजाया-संवारा। रुद्र शुक्ला ने युवाओं के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि “जब युवा धार्मिक कार्यों में आगे आते हैं, तो समाज में नैतिकता और प्रेरणा का वातावरण बनता है।”

भव्य आयोजन में जुटे सैकड़ों लोग

कार्यक्रम स्थल पर ग्रामीणों के साथ-साथ क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस अवसर पर पूजा समिति के अध्यक्ष बाबूराम शुक्ला, रामाशीष शुक्ला, वरिष्ठ अधिवक्ता देव बबलू शुक्ला, रमाकांत शुक्ला, राजीव शुक्ला, प्रदीप शुक्ला, पिंकू उपाध्याय, गुड्डू शुक्ला समेत कई अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे। आयोजन में भक्ति संगीत और मंचन के माध्यम से भगवान श्रीराम के जीवन प्रसंगों का सुंदर चित्रण किया गया जिसने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।

न्यूज़ देखो: परंपरा और युवा शक्ति का अद्भुत संगम

कमलकेडीय की यह रामलीला न केवल धार्मिक उत्सव थी, बल्कि यह समाज में संस्कार, एकता और युवा नेतृत्व का प्रेरक उदाहरण भी बनी। जिस तरह युवाओं ने आयोजन की जिम्मेदारी संभाली, वह दर्शाता है कि नई पीढ़ी न केवल आधुनिक है, बल्कि अपनी संस्कृति और परंपरा से गहराई से जुड़ी भी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

प्रेरणा बने कमलकेडीय की रामलीला

भक्ति और उत्साह का यह संगम इस बात का प्रतीक है कि संस्कारों से जुड़ा समाज ही सशक्त समाज होता है। युवाओं के नेतृत्व में ऐसे धार्मिक आयोजनों से समाज में सहयोग, एकता और अनुशासन की भावना मजबूत होती है। आइए हम सब मिलकर इन प्रयासों की सराहना करें और अपने क्षेत्र में भी ऐसी सांस्कृतिक परंपराओं को जीवित रखने का संकल्प लें। अपनी राय कमेंट करें और इस प्रेरक खबर को साझा करें ताकि हर गांव में रामलीला की गूंज सुनाई दे।

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