
#गिरिडीह #यूथ_सशक्तिकरण : गिरिडीह कॉलेज बना नोडल केंद्र, 18 से 25 वर्ष के युवा होंगे पात्र प्रतिभागी
- यूथ पार्लियामेंट 2026 का आयोजन इस बार गिरिडीह जिले में होगा।
 - आयोजन के लिए गिरिडीह कॉलेज को नोडल केंद्र के रूप में चयनित किया गया है।
 - 18 से 25 वर्ष के युवा इस कार्यक्रम में ऑनलाइन पंजीकरण कर भाग ले सकेंगे।
 - पंजीकरण माई भारत पोर्टल पर 10 नवंबर 2025 तक खुले रहेंगे।
 - कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व, संवाद और तर्कशक्ति का विकास करना है।
 
गिरिडीह जिले में इस वर्ष युवाओं के लिए एक नया अवसर आने वाला है। दिसंबर के प्रथम सप्ताह में यूथ पार्लियामेंट 2026 का आयोजन किया जाएगा, जिसका उद्देश्य युवाओं में लोकतांत्रिक मूल्यों की समझ, नेतृत्व क्षमता और नीति निर्माण की प्रक्रिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस आयोजन का नोडल केंद्र गिरिडीह कॉलेज को बनाया गया है, जो पूरे जिले के युवाओं के लिए यह मंच उपलब्ध कराएगा।
लोकतांत्रिक मूल्यों की शिक्षा का अनोखा अवसर
यूथ पार्लियामेंट कार्यक्रम का मकसद है कि युवाओं को संसद की कार्यप्रणाली और वाद-विवाद की प्रक्रिया से जोड़ा जाए ताकि वे नीति निर्माण की बारीकियों को समझ सकें। इससे न सिर्फ युवाओं में लोकतांत्रिक सोच का विकास होगा, बल्कि उनमें सशक्त नेतृत्व और संवाद कौशल की भावना भी प्रबल होगी।
कॉलेज प्रशासन ने बताया कि इस कार्यक्रम में जिले भर से 18 से 25 वर्ष की आयु वर्ग के युवा भाग ले सकेंगे। यह पहल उन्हें संसद जैसी संरचना में वाद-विवाद करने और समाज के मुद्दों पर अपने विचार रखने का मौका देगी।
माई भारत पोर्टल पर 10 नवंबर तक पंजीकरण
गिरिडीह कॉलेज प्रशासन ने जानकारी दी कि इच्छुक युवा माई भारत पोर्टल के माध्यम से 10 नवंबर 2025 तक ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। कॉलेज की ओर से यह भी बताया गया कि आयोजन से संबंधित विस्तृत दिशानिर्देश और तिथियां आने वाले दिनों में घोषित की जाएंगी।
कॉलेज प्राचार्य ने कहा: “यह अवसर गिरिडीह के युवाओं के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण है। इससे उन्हें लोकतांत्रिक प्रणाली को नज़दीक से समझने और जनहित के मुद्दों पर अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा।”
एनएसएस की पहल और प्रोफेसरों की अपील
कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. डी.के. वर्मा और प्रो. श्वेता कुमारी (राष्ट्रीय सेवा योजना) ने कहा कि युवाओं के लिए यह कार्यक्रम पूरी तरह खुला है। इसमें किसी भी तरह की बाध्यता नहीं रखी गई है, केवल आयु सीमा 18 से 25 वर्ष तक रखी गई है।
प्रो. डी.के. वर्मा ने कहा: “हम सभी विद्यार्थियों को प्रेरित कर रहे हैं कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और लोकतांत्रिक संवाद का हिस्सा बनें।”
प्रो. श्वेता कुमारी ने कहा: “यूथ पार्लियामेंट युवाओं के आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल को निखारने का एक सशक्त माध्यम बनेगा।”
जिले के युवाओं के लिए गौरव का क्षण
गिरिडीह कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यह आयोजन जिले के युवाओं के लिए न केवल सीखने का अवसर है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का एक प्लेटफॉर्म भी है। कॉलेज परिसर में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और विद्यार्थियों में उत्साह देखने को मिल रहा है।
न्यूज़ देखो: युवाओं में लोकतांत्रिक संवाद की मिसाल बनेगा गिरिडीह
यूथ पार्लियामेंट 2026 यह संदेश देता है कि युवा अब केवल दर्शक नहीं, बल्कि नीति संवाद के सक्रिय भागीदार हैं। गिरिडीह जैसे जिले में इसका आयोजन लोकतंत्र के विस्तार और भागीदारी की दिशा में एक सशक्त कदम है। इससे युवाओं की ऊर्जा जनहित के विमर्श में परिवर्तित होगी।
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जागरूक युवा, सशक्त लोकतंत्र
अब समय है कि युवा न केवल शासन की नीतियों को समझें, बल्कि समाज के मुद्दों पर अपनी स्पष्ट आवाज उठाएं। संवाद ही लोकतंत्र की आत्मा है और यूथ पार्लियामेंट जैसे आयोजन उसकी दिशा को मजबूत करते हैं। सजग रहें, सक्रिय बनें।
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