
#चंदवा #सम्मान : विज्ञान प्रदर्शनी में युवा सामाजिक कार्यकर्ता ने जेएमएम जिला अध्यक्ष का विशेष रूप से किया सम्मान
- चंदवा जीटीपीएस स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन हुआ।
- अंकित कुमार गोलू ने लाल मोती नाथ शाहदेव को बच्चों की बनाई पेंटिंग भेंट की।
- प्रदर्शनी में बच्चों के विज्ञान मॉडल और रचनात्मक प्रयोगों की सराहना हुई।
- शाहदेव ने बच्चों की जिज्ञासा, प्रतिभा और आत्मविश्वास की प्रशंसा की।
- कार्यक्रम में अभिभावक, शिक्षक और ग्रामीणों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही।
विज्ञान प्रदर्शनी के दौरान चंदवा के जीटीपीएस स्कूल में एक प्रेरणादायक क्षण देखने को मिला, जब युवा सामाजिक कार्यकर्ता और व्यावसायिक संघ के सदस्य अंकित कुमार गोलू ने जेएमएम जिला अध्यक्ष सह अभिभावक लाल मोती नाथ शाहदेव को बच्चों द्वारा बनाई गई आकर्षक पेंटिंग भेंट की। यह सम्मान कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने वाला साबित हुआ और कला व शिक्षा के समन्वय को नई पहचान मिली। कार्यक्रम में शाहदेव ने विज्ञान मॉडल और प्रयोगों की विस्तृत रूप से सराहना की, जिसके माध्यम से बच्चों की वैज्ञानिक जिज्ञासा स्पष्ट रूप से झलक रही थी। कार्यक्रम में अभिभावक, शिक्षक और ग्रामीणों की उपस्थिति ने इसे और अधिक उत्साहपूर्ण बना दिया।
विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों की प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन
जीटीपीएस स्कूल में आयोजित प्रदर्शनी में छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी कल्पनाशक्ति को विज्ञान मॉडल, प्रयोगों और नवाचारों के माध्यम से प्रस्तुत किया। उनकी वैज्ञानिक सोच और मेहनत देखने लायक थी। अतिथि के रूप में पहुंचे लाल मोती नाथ शाहदेव ने मॉडल बनाने की प्रक्रिया, अवधारणा और प्रस्तुति की सराहना की तथा बच्चों को निरंतर सीखने और प्रयोग करने की प्रेरणा दी।
लाल मोती नाथ शाहदेव ने कहा: “बच्चों की वैज्ञानिक जिज्ञासा और आत्मविश्वास बेहद प्रेरणादायक है। ऐसे आयोजन उनके समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
अंकित कुमार गोलू की पहल ने बढ़ाई कार्यक्रम की गरिमा
प्रदर्शनी के दौरान अंकित कुमार गोलू द्वारा भेंट की गई पेंटिंग ने कार्यक्रम में भावनात्मक और सांस्कृतिक विस्तार जोड़ा। यह पेंटिंग बच्चों की कला और उनके दृष्टिकोण को दर्शाती थी। गोलू ने कहा कि बच्चों की मेहनत और प्रतिभा देखकर मन गर्व से भर जाता है और उनका उद्देश्य हमेशा युवाओं तथा बच्चों को प्रोत्साहित करना है।
अभिभावकों और ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें बड़ी संख्या में अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय ग्रामीण पहुंचे। उन्होंने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास और सीखने की क्षमता को मजबूत करते हैं। कला, शिक्षा और सामाजिक प्रोत्साहन का यह अनोखा संगम बच्चों के लिए प्रेरणादायक बन गया।
न्यूज़ देखो: कला और शिक्षा का प्रेरणादायक संगम
यह कहानी बताती है कि सामाजिक पहल, कला और शिक्षा जब एक साथ आते हैं—तो बच्चों के लिए सीखने का माहौल और अधिक समृद्ध हो जाता है। सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि जब ऐसे आयोजनों को समर्थन देते हैं, तो स्थानीय स्कूलों में प्रेरणा और उत्साह को नई ऊर्जा मिलती है। ऐसे उदाहरण समाज को सकारात्मक दिशा देते हैं।
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बच्चों की रचनात्मक शक्ति को पहचानने का समय
जब समाज बच्चों की कला, विज्ञान और कल्पनाशक्ति का सम्मान करता है, तब आने वाली पीढ़ियां आत्मविश्वास से आगे बढ़ती हैं। हमें ऐसे आयोजनों से प्रेरणा लेकर स्कूलों और समुदाय में रचनात्मक माहौल को और मजबूत करना चाहिए। आइए, हम सब मिलकर बच्चों के सपनों को साकार करने की दिशा में योगदान दें।
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