- जमुआ मुख्यालय में युवाओं का सात वर्षों से चल रहा अभियान।
- 15 अगस्त और 26 जनवरी के बाद तिरंगे को सुरक्षित स्थान पर रखने की पहल।
- आकाश कुमार साहा, रवि कुमार, और प्रवीण कुमार जैसे युवाओं की सक्रिय भागीदारी।
- तिरंगे के सम्मान के प्रति जागरूकता फैलाने का उद्देश्य।
झारखंड के जमुआ मुख्यालय में सोमवार को तीन बजे तक कई युवाओं ने विभिन्न स्थानों पर घूम-घूमकर सड़क पर बिखरे तिरंगे झंडों को उठाया और सम्मानजनक स्थान पर रखा। यह अभियान पिछले सात वर्षों से लगातार जारी है। हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी के बाद ये युवा विद्यालयों, गांवों, कस्बों और चौक-चौराहों पर जाकर तिरंगे का सम्मान सुनिश्चित करते हैं।
तिरंगे का अपमान रोकने की पहल:
गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के बाद अक्सर तिरंगा सड़कों पर बिखरा हुआ पाया जाता है, जो कि देश और शहीदों का अपमान है। इस समस्या को देखते हुए, युवाओं ने यह प्रेरणादायक पहल शुरू की।
“तिरंगे का अपमान हमारे देश और शहीदों का अपमान है। इसे रोकना हमारा कर्तव्य है।” – आकाश कुमार साहा
युवाओं की भूमिका:
इस अभियान में आकाश कुमार साहा, रवि कुमार, और प्रवीण कुमार जैसे युवा सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वे सड़क पर पड़े तिरंगे को सुरक्षित स्थान पर जमा करते हैं और समाज में देशभक्ति और जागरूकता फैलाते हैं।
तिरंगे के प्रति श्रद्धा:
यह कार्य युवाओं की देशभक्ति और तिरंगे के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। उनका मानना है कि तिरंगा कभी किसी के पैरों तले न कुचला जाए, और यह अभियान उनकी इस सोच का सशक्त उदाहरण है।
तिरंगे के प्रति जागरूकता फैलाने और सम्मान बनाए रखने के लिए युवाओं का यह प्रयास सराहनीय है। ‘न्यूज़ देखो’ के साथ जुड़े रहें और देशभक्ति से जुड़ी ऐसी ही प्रेरणादायक कहानियों को पढ़ते रहें।