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जिप सदस्य संतोषी शेखर ने गढ़वाटाड विद्यालय का किया औचक निरीक्षण: बच्चों की पढ़ाई और अनुशासन से हुई संतुष्ट

#लातेहार #शिक्षानिरीक्षण : बरवाडीह पश्चिमी की जिप सदस्य संतोषी शेखर ने गढ़वाटाड विद्यालय में औचक निरीक्षण कर बच्चों की पढ़ाई, अनुशासन और मध्यान्ह भोजन व्यवस्था का लिया जायजा

बरवाडीह (लातेहार) से शनिवार को गढ़वाटाड क्षेत्र के प्राथमिक उत्क्रमित विद्यालय में एक खास दृश्य देखने को मिला। पश्चिमी क्षेत्र की जिप सदस्य संतोषी शेखर ने यहां औचक निरीक्षण किया और बच्चों से पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से सवाल पूछे, जिनका जवाब छात्रों ने आत्मविश्वास के साथ दिया।

बच्चों की पढ़ाई और कला से प्रभावित हुईं जिप सदस्य

जिप सदस्य ने कक्षाओं का निरीक्षण करते हुए बच्चों की लिखावट, भाषा शैली और चित्रकला देखी। बच्चों के समर्पण और लगन को देखकर उन्होंने न केवल छात्रों बल्कि उनके शिक्षकों की भी प्रशंसा की।

संतोषी शेखर ने कहा: “बच्चों की पढ़ाई में अनुशासन और समर्पण देखना सुखद अनुभव है। यह विद्यालय अपने शिक्षकों और विद्यार्थियों की मेहनत से मिसाल कायम कर रहा है।”

मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था भी जांची

निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से मध्यान्ह भोजन की जानकारी ली और खुद भी छात्रों के साथ बैठकर भोजन किया। भोजन की गुणवत्ता देखकर उन्होंने रसोइयों की भी सराहना की और कहा कि पौष्टिक भोजन बच्चों की पढ़ाई में सहायक साबित होगा।

कमरों की कमी पर चिंता

हालांकि निरीक्षण के दौरान जिप सदस्य ने विद्यालय की समस्याओं को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया। उन्होंने कमरों के अभाव और जर्जर भवन की स्थिति पर चिंता जताते हुए विभाग को इसकी जानकारी देने का आश्वासन दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही सरकारी मद से इन कमियों को दूर कराया जाएगा।

मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक राकेश कुमार, अमित कुमार, आलोक सिन्हा समेत विद्यालय के अन्य कर्मी भी उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: शिक्षा व्यवस्था में निरीक्षण की अहमियत

इस निरीक्षण से साफ है कि जब जनप्रतिनिधि विद्यालयों में जाकर बच्चों की पढ़ाई और भोजन व्यवस्था का प्रत्यक्ष मूल्यांकन करते हैं, तो न केवल शिक्षकों का मनोबल बढ़ता है बल्कि बच्चों में भी आत्मविश्वास की भावना आती है। शिक्षा की गुणवत्ता और आधारभूत सुविधाओं में सुधार के लिए ऐसी पहलें बेहद ज़रूरी हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

शिक्षा के प्रति जिम्मेदारी निभाने का समय

अब समय है कि हम सभी शिक्षा को प्राथमिकता दें और विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करें। जनप्रतिनिधियों की सक्रियता के साथ समाज की भागीदारी भी जरूरी है। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता बढ़े और शिक्षा व्यवस्था मजबूत हो।

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