
#कुरडेग #मजदूर_मुक्ति : कर्नाटक में बंधक मजदूरों को विधायक भूषण बाड़ा और स्थानीय नेताओं की सक्रियता से सुरक्षित घर पहुँचाया गया
- कर्नाटक राज्य में मछली पकड़ने के लिए गए 20 मजदूर बोट मालिक द्वारा बंधक बनाए गए।
- मजदूरों ने वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी स्थिति की जानकारी कुरडेग प्रखंड अल्पसंख्यक अध्यक्ष ज़ीशान फिरदौस को दी।
- विधायक भूषण बाड़ा ने तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों और कर्नाटक पुलिस से संपर्क कर कार्रवाई सुनिश्चित की।
- मजदूरों को बंधन से मुक्त कर सुरक्षित घर वापसी की व्यवस्था की गई।
- ज़ीशान फिरदौस ने लगातार मजदूरों से संपर्क बनाए रखा और आवश्यकतानुसार आर्थिक सहयोग प्रदान किया।
- मजदूरों और उनके परिवारों ने विधायक और स्थानीय नेताओं के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की।
कुरडेग/सिमडेगा। प्रखंड के विभिन्न गांवों के करीब 20 मजदूर मछली पकड़ने के काम के लिए कर्नाटक गए थे। वहां उन्हें बोट मालिक ने बंधक बना लिया। मजदूरों ने वीडियो भेजकर अपनी जान को खतरे में बताया और विधायक भूषण बाड़ा व झारखंड सरकार से मदद की गुहार लगाई। वीडियो मिलने के बाद ज़ीशान फिरदौस ने तत्काल विधायक को स्थिति की जानकारी दी और विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियों व कर्नाटक पुलिस से संपर्क कर सभी मजदूरों को बंधन से मुक्त कराया।
विधायक भूषण बाड़ा की सक्रियता
विधायक भूषण बाड़ा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और उन्हें जल्द से जल्द घर भेजा जाए।
ज़ीशान फिरदौस ने कहा: “मजदूरों की सुरक्षा और घर वापसी हमारी प्राथमिकता थी। सभी लोग सुरक्षित लौटे, यह राहत की बात है।”
मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी
मजदूरों की मुक्तिकरण के बाद घर वापसी की पूरी व्यवस्था विधायक और ज़ीशान फिरदौस द्वारा सुनिश्चित की गई। इस प्रक्रिया में मजदूरों से लगातार संपर्क बनाए रखा गया और आवश्यकता पड़ने पर आर्थिक मदद भी दी गई।
मजदूर परिवार ने कहा: “हमारा जीवन सुरक्षित करने के लिए विधायक भूषण बाड़ा और ज़ीशान फिरदौस का हम दिल से धन्यवाद करते हैं।”
सामाजिक और राजनीतिक पहल का महत्व
इस घटना ने स्पष्ट किया कि स्थानीय नेताओं और विधायक की तत्परता से संकट में फंसे लोग सुरक्षित लौट सकते हैं। सक्रिय निगरानी और तत्काल कार्रवाई के बिना ऐसे मामलों में समय पर मदद नहीं मिल पाती।
न्यूज़ देखो: कर्नाटक में बंधक मजदूरों की सुरक्षित वापसी
यह कहानी बताती है कि जब स्थानीय नेतृत्व और विधायक सक्रिय हों, तो संकट में फंसे नागरिक सुरक्षित घर लौट सकते हैं। विधायक भूषण बाड़ा और ज़ीशान फिरदौस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर इस मामले में मिसाल कायम की। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग रहें, सक्रिय बनें
मजदूरों और नागरिकों की सुरक्षा हमारे साझा दायित्व का हिस्सा है। यदि कोई संकट या अत्याचार हो, तो तुरंत अधिकारियों और नेताओं से संपर्क करना आवश्यक है। इस खबर को शेयर करें, अपने समुदाय में जागरूकता फैलाएं और सक्रिय नागरिक बनकर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।





