
#सिमडेगा #महिला_सशक्तिकरण : बानो नई मंडली में दो दिवसीय महिला संघ सम्मेलन में हजारों महिलाओं ने भाग लेकर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आनंद लिया
- तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया ने सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया।
- दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन 28 मंडलियों की महिलाओं और पदाधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित।
- डायसीस बिशप जोसेफ सांगा और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने कार्यक्रम को गौरवान्वित किया।
- सम्मेलन में महिला संघ सदस्यों द्वारा संस्कृति कार्यक्रम और पूजा का आयोजन किया गया।
- कार्यक्रम का नेतृत्व सभापति बहामनी लुगुन ने किया और सलाहकार दयामनी सुरीन ने परिचय कराया।
बानो नई मंडली स्थित जी.ई.एल चर्च में दो दिवसीय वार्षिक महिला संघ सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें विधायक सुदीप गुड़िया मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर विधायक की धर्मपत्नी अनिता कंडुलना, पूर्व बिशप जोसेफ सांगा, जिला परिषद सदस्य बिरजो कंडुलना और झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अनिल लुगुन सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। सम्मेलन में लगभग 28 मंडलियों की महिला संघ अधिकारीगण, पास्टोरेट अध्यक्ष, मंडली अध्यक्ष, युवा संघ और संडे स्कूल टीचर्स ग्रुप के साथ हजारों लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम का प्रारंभ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
सम्मेलन का शुभारंभ महिला संघ सदस्यों और स्थानीय मंडलियों के द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत कर किया गया। सभा का नेतृत्व सभापति बहामनी लुगुन ने किया और सलाहकार दयामनी सुरीन ने परिचय कराया। इसके बाद डायसीस बिशप जोसेफ सांगा के नेतृत्व में विभिन्न मंडलियों की महिलाओं ने विनती प्रार्थना की।
सम्मेलन में विभिन्न मंडलियों की महिलाओं द्वारा संस्कृति कार्यक्रम, रंगारंग प्रस्तुतियाँ और विशेष पूजा आयोजित की गई। कोयर दल ने ईशु मसीह की स्तुति में गीत गाए और महिलाओं ने धार्मिक और आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण किया।
विधायक सुदीप गुड़िया का संबोधन
सभा को संबोधित करते हुए विधायक सुदीप गुड़िया ने महिला संघ सम्मेलन की शुभकामनाएं दीं और कहा कि महिलाएं समाज और परिवार का नेतृत्व कर रही हैं। उन्होंने महिलाओं के योगदान पर जोर देते हुए कहा:
“महिलाएं जो काम कर सकती हैं, पुरुष उनकी परिकल्पना भी नहीं कर सकते। महिलाएं परिवार, समाज और कलीसिया सभी की सेवा करती हैं। महिलाओं के बिना पुरुषों का जीवन अधूरा है। महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से कलीसिया और राष्ट्र मजबूत होते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि महिलाएं दो-दो स्वामी के दायित्व निभाती हैं – अपने परिवार और परम पिता परमेश्वर की सेवा। महिलाओं का कलीसिया के साथ जुड़ाव इसे सुदृढ़ और समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रमुख उपस्थित अधिकारी और योगदान
सम्मेलन में बानो पेरिस चेयरमैन उम्बुलन तोपनो, लताकेल पास्टोरेट चेयरमैन हेरमन समद, पादरी सी.एस. जड़िया, पादरी सुगड़ सुलेमान कंडुलना, 28 मंडलियों के प्रचारक गण और अन्य प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सभापति बहामनी लुगुन, सचिव बिनिता भुइंया, कोषाध्यक्ष सोफिया कोनगाड़ी, सलाहकार दयामनी सुरीन और महिला संघ के तमाम पदाधिकारियों का योगदान सराहनीय रहा।

न्यूज़ देखो: महिला संघ सम्मेलन से समाज में महिला सशक्तिकरण की भावना और कलीसिया की भूमिका को बल
यह सम्मेलन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम का अवसर प्रदान करता है, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व और समाज सेवा में उनकी भागीदारी को उजागर करता है। महिलाओं के सक्रिय योगदान से समाज और कलीसिया दोनों सुदृढ़ होते हैं।
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महिला नेतृत्व और सामाजिक सहभागिता का संदेश
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