
#गढ़वा #योजना_समीक्षा : उपायुक्त दिनेश यादव की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत मझिआँव प्रखंड की सभी विकास योजनाओं की प्रगति और जमीनी कार्यों की गहन समीक्षा की गई
- समाहरणालय सभागार, गढ़वा में आकांक्षी जिला कार्यक्रम की समीक्षा बैठक आयोजित।
- अध्यक्षता उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी दिनेश यादव ने की।
- सभी विभागों को जमीनी कार्य, प्रगति और डेटा आधारित रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि, जल संरक्षण, सामाजिक सुरक्षा सहित कई विभागों की समीक्षा।
- पिरामल फाउंडेशन के फेलोज को सरकारी पोर्टलों के अध्ययन का सख्त निर्देश।
- बैठक में उपविकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित।
गढ़वा जिला समाहरणालय सभागार में सोमवार को आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत प्रखण्ड मझिआँव में संचालित विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी दिनेश यादव ने की। इस बैठक का उद्देश्य गांव स्तर पर मूलभूत सेवाओं को मजबूत करना, सरकारी योजनाओं की गुणवत्ता बढ़ाना तथा समयबद्ध तरीक़े से बेहतर परिणाम सुनिश्चित करना था।
विभागवार योजनाओं की समीक्षा और निर्देश
उपायुक्त ने बैठक में स्पष्ट किया कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम तभी प्रभावी होगा जब सभी विभाग निर्धारित मानकों, समय सीमा और पूर्ण पारदर्शिता के साथ अपने क्षेत्र में कार्यों को गति देंगे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि, सिंचाई, सामाजिक सुरक्षा, सड़क, बिजली, जलापूर्ति और आधारभूत ढांचे से संबंधित सभी बिंदुओं की वर्तमान स्थिति की विस्तृत जानकारी मांगी।
स्वास्थ्य विभाग से टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, शिक्षा विभाग से विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति और आधारभूत सुविधा की स्थिति, सामाजिक सुरक्षा विभाग से पेंशन भुगतान की नियमितता, कृषि विभाग से किसानों को तकनीकी सहायता और जल संरक्षण कार्यों की प्रगति पर भी खास चर्चा हुई।
पिरामल फाउंडेशन फेलोज़ को विशेष तैयारी के निर्देश
बैठक का एक महत्वपूर्ण बिंदु था पिरामल फाउंडेशन के कर्मियों और फेलोज़ से संबंधित निर्देश। उपायुक्त दिनेश यादव ने कहा कि फाउंडेशन के सभी फेलोज़ अगली बैठक में सरकारी पोर्टलों की पूरी समझ, डेटा विश्लेषण और तकनीकी जानकारी के साथ उपस्थित रहें। उन्होंने कहा कि योजनाओं की मॉनिटरिंग डेटा-केंद्रित होनी चाहिए ताकि फील्ड और दस्तावेज़ीकरण के बीच संतुलन सुनिश्चित हो सके।
जमीनी कार्यों की प्रगति पर जोर
बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि सभी विभाग नियमित फील्ड दौरा करें, जमीनी स्थिति का आकलन करें और किसी भी तरह की समस्या पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने टीम भावना और पारदर्शी कार्यशैली की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि फील्ड विजिट और समयबद्ध रिपोर्टिंग से ही आकांक्षी जिला कार्यक्रम के लक्ष्यों को तीव्र गति से पूरा किया जा सकता है।
अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में उपविकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा, ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालक अभियंता धर्मेंद्र कुमार, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कनक, श्रम अधीक्षक संजय आनंद, जिला शिक्षा अधीक्षक अनुराग मिंज सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी शामिल हुए।

न्यूज़ देखो: आकांक्षी जिला कार्यक्रम की सफलता के लिए जमीनी पारदर्शिता अनिवार्य
गढ़वा में आयोजित यह समीक्षा बैठक प्रशासन की योजनाओं को तेज गति देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। विभागों को दिए गए स्पष्ट निर्देश बताते हैं कि अब कागजी कार्यों के साथ-साथ फील्ड की वास्तविक स्थिति पर भी ध्यान केंद्रित होगा। यदि सभी विभाग पारदर्शी और परिणाम-केंद्रित कार्य संस्कृति अपनाते हैं, तो आकांक्षी जिला कार्यक्रम ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है।
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