
#गुमला #सड़क_सुरक्षा : यातायात सुरक्षा का विस्तृत प्रशिक्षण और सभी को नियमों के पालन की शपथ दिलाई गई
- बी.एन. कॉलेज सिसई में सड़क सुरक्षा अभियान आयोजित।
- 20 शिक्षण संस्थानों के 375 NCC कैडेट्स शामिल।
- प्रशिक्षण: प्रोजेक्टर, PPT, वीडियो और फोटो के माध्यम से।
- मुख्य संदेश: हेलमेट–सीट बेल्ट अनिवार्य, मोबाइल प्रयोग से बचें।
- ‘गुड समैरिटन’ योजना का विस्तृत प्रचार, ₹2000 प्रावधान।
- कार्यक्रम नेतृत्व: DTO ज्ञान शंकर जायसवाल।
गुमला जिले में आज सड़क सुरक्षा को लेकर एक व्यापक और प्रभावशाली जागरूकता अभियान चलाया गया। जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) ज्ञान शंकर जायसवाल के नेतृत्व में यह कार्यक्रम बी.एन. कॉलेज, सिसई परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें गुमला और आसपास के 20 शिक्षण संस्थानों से आए 375 NCC कैडेट्स शामिल हुए। छात्रों को सड़क सुरक्षा के वास्तविक महत्व को समझाने के लिए प्रोजेक्टर, पावर प्वाइंट प्रस्तुति, वीडियो और फोटो के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का उद्देश्य और प्रस्तुति
अभियान का मुख्य उद्देश्य युवाओं में यातायात नियमों के प्रति अनुशासन और सुरक्षा जागरूकता बढ़ाना था। पॉलीटेक्निक कॉलेज गुमला, डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, के.ओ. कॉलेज, सिमडेगा कॉलेज, बी.एन. जलान कॉलेज, ताना भगत कॉलेज, एस.के. बागे कॉलेज घाघरा समेत विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के कैडेट्स उपस्थित थे। प्रस्तुतियों में सड़क दुर्घटनाओं के कारण, रोकथाम उपाय, हेलमेट व सीट बेल्ट की उपयोगिता, सुरक्षित ड्राइविंग की तकनीक, तथा मोबाइल फोन के खतरनाक प्रभावों को सरल भाषा में समझाया गया।
कार्यक्रम में बताया गया कि वाहन चलाते समय की गई छोटी-छोटी गलतियाँ भी बड़े हादसों का कारण बन जाती हैं। इसी कारण सड़क सुरक्षा टीम ने कैडेट्स को वास्तविक उदाहरणों के साथ यह समझाया कि मोबाइल फोन का प्रयोग, तेज रफ्तार, ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट/सीट बेल्ट, तथा शराब सेवन के बाद वाहन चलाना सबसे घातक कारणों में शामिल हैं।
DTO ज्ञान शंकर जायसवाल का संदेश
कार्यक्रम के दौरान DTO ज्ञान शंकर जायसवाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि छोटी-सी सावधानी जीवन बचा सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा:
DTO ज्ञान शंकर जायसवाल ने कहा: “सड़क पर होने वाली अधिकांश दुर्घटनाओं को हम सिर्फ हेलमेट, सीट बेल्ट और सावधान ड्राइविंग से रोक सकते हैं। अपनी सुरक्षा के लिए नियमों का पालन अनिवार्य है।”
उन्होंने सभी कैडेट्स से अपील की कि वे स्वयं ट्रैफिक नियमों का पालन करें और अपने परिवार सहित समाज को भी इसके लिए प्रेरित करें।
बाइक दुर्घटनाओं पर विशेष चेतावनी
सड़क सुरक्षा टीम ने बताया कि गुमला जिले में होने वाली दुर्घटनाओं में अधिकांश मामले बाइकों से जुड़े होते हैं। टीम ने दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों को विस्तार से समझाया और युवाओं को सुरक्षित गति सीमा का पालन करने, लापरवाही से वाहन न चलाने और किसी भी परिस्थिति में शराब पीकर वाहन न चलाने की सख्त सलाह दी।
कार्यक्रम के अंत में सभी NCC कैडेट्स को भविष्य में सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की सामूहिक शपथ दिलाई गई।
‘गुड समैरिटन’ योजना का व्यापक प्रचार
जागरूकता कार्यक्रम में Good Samaritan (नेक व्यक्ति) योजना की जानकारी भी दी गई। DTO ने बताया कि यदि कोई नेक व्यक्ति सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर (पहले 1 घंटे के भीतर) अस्पताल पहुँचाता है, तो उसे ₹2000 की नकद राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। कार्यक्रम में इस योजना को युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर सड़क सुरक्षा टीम के प्रमुख सदस्य—सड़क सुरक्षा प्रबंधक कुमार प्रभाष, सूचना प्रौद्योगिकी सहायक मंटू रवानी, रोड इंजीनियरिंग एनालिस्ट प्रणय कांशी, तथा 46 झारखंड बटालियन के कमांड अधिकारी एवं NCC फोर्स के सदस्य भी मौजूद रहे।



न्यूज़ देखो: युवाओं को सड़क सुरक्षा का नेतृत्व सौंपने की पहल
यह कार्यक्रम दर्शाता है कि गुमला जिला प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर और प्रतिबद्ध है। युवा कैडेट्स को प्रशिक्षित करना भविष्य में दुर्घटनाओं में कमी लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रशासन और समाज दोनों को सुरक्षित यातायात की ओर प्रेरित करते हैं।
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सड़क सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी—आज ही संकल्प लें
युवाओं की भागीदारी से यह अभियान और प्रभावी बन सकता है। ट्रैफिक नियमों का पालन सिर्फ आपका नहीं, पूरे समाज का जीवन सुरक्षित करता है। हेलमेट और सीट बेल्ट को आदत बनाएं, मोबाइल से दूरी रखें और दूसरों को भी प्रेरित करें। अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और सुरक्षित यातायात की इस मुहिम को मजबूत बनाएं।





