
#बानो #धार्मिक_सांस्कृतिक : आरसी प्राथमिक विद्यालय गिरदा में मिस्सा पूजा, संदेश और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ क्रिसमस गेदरिंग मनाई गई।
बानो प्रखंड के आरसी प्राथमिक विद्यालय गिरदा में शुक्रवार को क्रिसमस गेदरिंग धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर विधिवत मिस्सा पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय परिवार और ग्रामीण समुदाय की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के दौरान प्रभु यीशु मसीह के संदेशों को साझा किया गया और बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। आयोजन का उद्देश्य प्रेम, शांति और भाईचारे के मूल्यों को समाज में मजबूत करना रहा।
- आरसी प्राथमिक विद्यालय गिरदा में क्रिसमस गेदरिंग का आयोजन।
- फादर भितुस जीवन केरकेट्टा द्वारा विधिवत मिस्सा पूजा संपन्न।
- क्रिसमस को आशा, प्रेम, आनंद और शांति का पर्व बताया गया।
- विद्यालय के बच्चों व महिला समिति ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
- कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक अमृत समद सहित विद्यालय परिवार मौजूद।
बानो प्रखंड क्षेत्र में क्रिसमस पर्व को लेकर उत्साह का माहौल देखने को मिला। इसी क्रम में आरसी प्राथमिक विद्यालय गिरदा में आयोजित क्रिसमस गेदरिंग में बच्चों, शिक्षकों और स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मिस्सा पूजा से हुई, जिसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और संदेशों के माध्यम से पर्व का महत्व समझाया गया। विद्यालय परिसर पूरे आयोजन के दौरान उल्लास और आध्यात्मिक वातावरण से सराबोर रहा।
विधिपूर्वक संपन्न हुई मिस्सा पूजा
क्रिसमस गेदरिंग के अवसर पर आयोजित मिस्सा पूजा का अनुष्ठान फादर भितुस जीवन केरकेट्टा द्वारा विधिपूर्वक संपन्न कराया गया। पूजा के दौरान प्रार्थना, स्तुति गीत और धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से प्रभु यीशु मसीह के जन्म की स्मृति को श्रद्धा के साथ मनाया गया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से प्रार्थना कर समाज में शांति और सद्भाव की कामना की।
क्रिसमस के संदेश पर दिया गया जोर
मिस्सा पूजा के पश्चात फादर भितुस जीवन केरकेट्टा ने अपने संदेश में क्रिसमस पर्व के महत्व को रेखांकित किया।
फादर भितुस जीवन केरकेट्टा ने कहा: “क्रिसमस का पर्व हमारे जीवन का बहुमूल्य दिन होता है। हमें प्रतिदिन ईश्वर का मनन करना चाहिए। यह पर्व आशा, प्रेम, आनंद और शांति का प्रतीक है। प्रभु यीशु मसीह ने हर व्यक्ति से प्रेम करने की सीख दी है, इसलिए हमें आपस में प्रेम और शांति के साथ रहना चाहिए।”
उन्होंने जीवन में शांति के महत्व पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि सच्ची शांति ही समाज को आगे बढ़ाने का मार्ग दिखाती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी गेदरिंग
क्रिसमस गेदरिंग के दौरान विद्यालय के बच्चों और महिला समिति द्वारा कई हिंदी एवं नागपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से बच्चों ने क्रिसमस की खुशी और प्रभु यीशु के संदेशों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। दर्शकों ने तालियों के साथ बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
सफल संचालन और आयोजन में सहभागिता
कार्यक्रम का सफल संचालन रोस्मिता एवं नुवास सोरेंग द्वारा किया गया। उनके संचालन से पूरा कार्यक्रम अनुशासित और आकर्षक बना रहा। आयोजन में विद्यालय परिवार और समुदाय के लोगों का सक्रिय सहयोग देखने को मिला।
विद्यालय परिवार और अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर प्रधानाध्यापक अमृत समद, सिस्टर संध्या, सिस्टर मंजू, सुसारेन, थॉमस, अनिल, संध्या सहित विद्यालय से जुड़े कई शिक्षक, कर्मचारी और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया और बच्चों के प्रयासों की सराहना की।
बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर
विद्यालय प्रशासन ने इस तरह के आयोजनों को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक बताया। ऐसे कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास, सांस्कृतिक समझ और सामाजिक मूल्यों को मजबूत करते हैं। साथ ही, धार्मिक और नैतिक शिक्षा के माध्यम से उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा मिलती है।
समाज में सद्भाव का संदेश
क्रिसमस गेदरिंग के माध्यम से प्रेम, भाईचारे और शांति का संदेश पूरे क्षेत्र में गया। आयोजन ने यह संदेश दिया कि पर्व केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक-दूसरे के साथ जुड़ने और सकारात्मक मूल्यों को अपनाने का अवसर होते हैं।
न्यूज़ देखो: शिक्षा और संस्कार का सुंदर संगम
आरसी प्राथमिक विद्यालय गिरदा में आयोजित यह क्रिसमस गेदरिंग बताती है कि शिक्षा के साथ संस्कार देना कितना जरूरी है। धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों के चरित्र निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे आयोजनों से समाज में शांति और सद्भाव को मजबूती मिलती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
प्रेम और शांति से ही बनता है मजबूत समाज
क्रिसमस का संदेश केवल एक दिन तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे वर्ष के लिए मार्गदर्शक होता है। प्रेम, सेवा और शांति को अपने जीवन में उतारकर ही हम बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं।





