
#ठेठईटांगर #सरकारी_योजनाएं : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ, प्रमाण पत्र और सामाजिक सुरक्षा का भरोसा
- कार्यक्रम सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत घुटबाहर पंचायत, ठेठईटांगर प्रखंड में आयोजित।
- दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई शुरुआत, लोगों को संविधान की शपथ दिलाई गई।
- मुख्य अतिथि झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना ने सरकारी योजनाओं और विकास कार्यों पर प्रकाश डाला।
- जनता को यूनिवर्सल पेंशन, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, बिरसा हरित ग्राम, गुरूजी क्रेडिट कार्ड समेत कई योजनाओं की जानकारी दी गई।
- हजारों ग्रामीणों ने योजनाओं का लाभ, प्रमाण पत्र, सामाजिक सुरक्षा लाभ और आवास संबंधी सेवाएं प्राप्त कीं।
- कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, झामुमो नेताओं और विभिन्न पंचायत पदाधिकारियों ने भाग लिया।
झारखंड सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने के उद्देश्य से घुटबाहर पंचायत में सेवा का अधिकार सप्ताह का विशेष आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात संविधान की प्रस्तावना और मौलिक कर्तव्यों के वाचन के साथ हुई, जिससे नागरिकों में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाई गई। सैकड़ों-हजारों ग्रामीण लाभार्थियों की उपस्थिति ने इस शिविर को विशेष बनाया।
सरकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाना ही लक्ष्य: अनिल कंडुलना
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झामुमो जिला अध्यक्ष अनिल कंडुलना ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सरकार की प्राथमिकताओं, विकास कार्यों और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
अनिल कंडुलना ने कहा: “झारखंड की लोकप्रिय सरकार द्वारा चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है।”
उन्होंने बताया कि राज्य के हर गांव में सड़क, बिजली, पानी, पुल–पुलिया, स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी विकास कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। अस्पतालों में सुविधाओं को बेहतर बनाया जा रहा है ताकि ग्रामीणों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिल सके।
हर वर्ग के लिए योजनाएं, सभी को सामाजिक सुरक्षा
मुख्य अतिथि के संबोधन में सरकार की सामाजिक सुरक्षा नीतियों की विस्तृत जानकारी साझा की गई:
- यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के तहत बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को बिना भेदभाव पेंशन।
- मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत लाभुकों को पशु उपलब्ध कराने के साथ अब बीमा सुविधा भी।
- बिरसा हरित ग्राम योजना, फूलो–झानो जल संवर्धन योजना जैसे कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण को मजबूत बना रहे हैं।
- किसानों, पशुपालकों और मजदूरों के लिए योजनाएं अब गांव-गांव में चल रही हैं।
- शिविर के माध्यम से अबुआ आवास, सर्वजन पेंशन, गुरूजी क्रेडिट कार्ड, सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन, और अबुआ वीर अबुआ दिशोम जैसी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
इन योजनाओं के माध्यम से न केवल आर्थिक सशक्तिकरण बढ़ रहा है, बल्कि ग्रामीण युवाओं में रोजगार की संभावनाएं भी मजबूत हो रही हैं।
जनप्रतिनिधियों और नेताओं की रही उल्लेखनीय उपस्थिति
कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि और झामुमो पदाधिकारी मौजूद थे। मुख्य अतिथि के साथ मंच पर उपस्थित रहे:
- विशिष्ट अतिथि अजय एक्का, जीप सदस्य, ठेठईटांगर पश्चिमी
- नोवास केरकेट्टा, झामुमो केंद्रीय सदस्य
- रितेश बड़ाईक, झामुमो जिला उपाध्यक्ष
- ज्योति डांग, प्रखंड उपाध्यक्ष
- तरसिउश लुगुन, झामुमो नेता
साथ ही ब्लॉक और अंचल स्तर के सभी पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। हज़ारों लाभुकों ने शिविर में प्रमाण पत्र और योजनाओं का लाभ प्राप्त किया।
न्यूज़ देखो: विकास के साथ जवाबदेही जरूरी
घुटबाहर में आयोजित यह कार्यक्रम दिखाता है कि यदि योजनाएं जनता तक सही तरीके से पहुंचें, तो ग्रामीण विकास तेज़ गति से आगे बढ़ सकता है। सरकारी दावों के साथ उत्तरदायित्व भी जुड़ा होता है। यह सुनिश्चित करना होगा कि हर लाभुक को समय पर योजना का वास्तविक फायदा मिले, न कि सिर्फ कागजी घोषणा।
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योजनाओं से हक़, जागरूकता से ताकत
हर नागरिक को अपने अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी होना जरूरी है। जब जनता जागरूक होगी, तभी योजनाओं का लाभ सही हाथों तक पहुंच सकेगा। यह कार्यक्रम बढ़ते जागरूकता का संकेत है, लेकिन निरंतर सहभागिता ही ग्रामीण विकास को गति देगी।
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