
#पांडू #अंबेडकर_श्रद्धांजलि : कल्याण हाई स्कूल मैदान में विविध पंचायतों के सैकड़ों लोगों ने बाबा साहब को सामूहिक रूप से नमन किया।
- 69वां महापरिनिर्वाण दिवस पर विशाल श्रद्धांजलि सभा।
- मुख्य अतिथि सुधीर कुमार चंद्रवंशी ने दिया प्रेरक संबोधन।
- बाबा साहब की प्रतिमा पर सामूहिक माल्यार्पण।
- कई पंचायतों और संगठनों के सैकड़ों लोग रहे मौजूद।
- महिलाओं और युवाओं की विशेष भागीदारी, कार्यक्रम में विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ।
पांडू प्रखंड के कल्याण हाई स्कूल मैदान में रविवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर के 69वें महापरिनिर्वाण दिवस पर भव्य श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न पंचायतों और सामाजिक संगठनों के सैकड़ों लोगों ने शामिल होकर बाबा साहब को नमन किया। सभा स्थल सुबह से ही लोगों से भर गया था। कार्यक्रम में विश्रामपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सुधीर कुमार चंद्रवंशी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए, जिनका कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
मुख्य अतिथि का प्रेरक संबोधन
मुख्य अतिथि सुधीर कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि बाबा साहब ने भारत को समानता, शिक्षा और अधिकारों की नई दिशा दी। अपने संबोधन में उन्होंने जोर देते हुए कहा:
सुधीर कुमार चंद्रवंशी ने कहा: “बाबा साहब ने जो संविधान दिया, वह समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति को भी शक्तिशाली बनाने वाली जीवनरेखा है। शिक्षा वह हथियार है जो हर समाज को ऊँचा उठा सकती है—हमें हर बच्चे को शिक्षित करना होगा, यही भविष्य सुरक्षित करेगा।”
उनके संबोधन ने मौजूद लोगों को गहरे तक प्रभावित किया और मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कार्यक्रम में उमड़ा जनसमूह
सभा की शुरुआत बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि से हुई। इसके बाद पूरे मैदान में गूंजने लगा— “जय भीम, जय भारत”, “बाबा साहब अमर रहें”।
महिलाओं, युवाओं, किसानों, मजदूरों—हर वर्ग की उपस्थिति ने इस आयोजन को अत्यंत ऊर्जावान बना दिया।
विशेष अतिथि और गणमान्यों की सम्मानजनक उपस्थिति
इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र से जुड़े कई सम्मानित व्यक्तियों ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में शामिल थे— मदन राम (मुखिया, महुगांवाँ), विजय मंडेला, विनोद रवि, बिंदु राम, महेंद्र राम, नसीर जी, गोविंद सिंह, अजय बैठा (जिला सचिव, धोबी समाज), अनिल चंद्रवंशी (पूर्व जिला परिषद सदस्य), प्रभोय राम, प्रो० नागेन्द्र राम, रवि रंजन (युवा कार्यकर्ता), विवेक सिंह, विवेक शुक्ला, ऋषि शुक्ला, उमेश राम, पिंटू पांडेय, कंचन कुमारी, धीरेश पांडेय, महेश जी, सुहैल अंसारी, मुन्ना सिंह, पन्नू तिवारी, मुख्तार अंसारी, किरण देवी।
सभी गणमान्यों ने कहा कि बाबा साहब की विचारधारा समाज को बराबरी और न्याय की राह पर ले जाने का सबसे मजबूत आधार है, और इन्हें जन-जन तक पहुँचाना समय की आवश्यकता है।
महिलाओं और युवाओं की जोशपूर्ण भागीदारी
कार्यक्रम में युवाओं की उपस्थिति सबसे अधिक उत्साहजनक रही। सांस्कृतिक कार्यक्रमों, गीतों और भाषणों ने पूरे माहौल को भावपूर्ण बना दिया।
युवा कलाकारों ने बाबा साहब के संघर्ष और शिक्षा के संदेश पर आधारित प्रस्तुतियाँ दीं, जिसने उपस्थित लोगों को भावुक कर दिया।
नारी शक्ति की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को और गरिमामय बना दिया और यह सिद्ध किया कि अंबेडकर विचारधारा अब हर घर की आवाज बन चुकी है।
बाबा साहब के आदर्शों पर सामूहिक संकल्प
समारोह के अंत में बाबा साहब की प्रतिमा पर सामूहिक पुष्पांजलि अर्पित की गई और दो मिनट का मौन रखा गया। उपस्थित सभी लोगों ने संकल्प लिया:
“हम अंबेडकर के मार्ग पर चलकर शिक्षा, समानता और न्याय की लड़ाई को और मजबूती से आगे बढ़ाते रहेंगे।”
न्यूज़ देखो: विचारों की विरासत—आने वाली पीढ़ियों की जिम्मेदारी
पांडू का यह आयोजन बताता है कि अंबेडकर विचारधारा समाज के हर तबके में नई चेतना जगा रही है। युवाओं और महिलाओं की बड़ी भागीदारी संकेत देती है कि समाज बदलाव के लिए तैयार है। अब जरूरत है कि सरकार, संस्थाएं और समाज मिलकर शिक्षा और समानता के मुद्दों को प्राथमिकता दें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समानता की रोशनी—आगे बढ़ने की प्रेरणा
बाबा साहब का जीवन संघर्ष हमें बताता है कि शिक्षा और अधिकार ही समाज को मजबूत बनाते हैं।
आज भी जरूरत है कि हम भेदभाव के हर रूप का सामना करें और न्याय की आवाज बनें।
युवाओं, महिलाओं और समाज के हर वर्ग को आगे आकर इस विचारधारा को दिशा देनी होगी।
अपनी सोच साझा करें, इस खबर को आगे बढ़ाएँ और समानता की इस ज्योति को हर घर तक पहुँचाएँ—
आपकी एक आवाज समाज को बदलने की शक्ति रखती है।





