
#सिमडेगा #शिक्षा : बानो प्रखंड में गुरु गोष्ठी के माध्यम से ड्रॉपआउट बच्चों की समस्या और छात्रवृत्ति योजनाओं का समग्र अध्ययन किया गया
- सिमडेगा जिले के बानो प्रखंड में 6 नवंबर 2025 को एसएस प्लस टू उच्च विद्यालय बानो के सभागार में गुरु गोष्ठी का आयोजन हुआ।
- प्रखंड के सभी प्रधानाध्यापक इस बैठक में उपस्थित थे और शिक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।
- बैठक में ड्रॉपआउट बच्चों पर विशेष ध्यान दिया गया और उनके पुनः विद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया पर विचार किया गया।
- सावित्रीबाई फुले योजना के तहत आठवीं कक्षा से ऊपर के सभी छात्रों के फॉर्म शत-प्रतिशत ऑनलाइन भरने के निर्देश दिए गए।
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो के डॉ. मनोरंजन प्रसाद और कीर्ति भूषण महतो ने शिक्षक प्राध्यापकों को कुष्ठ रोग के लक्षण और रोकथाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
- बैठक में बीपीएम विकास कुमार ने विद्यालय संबंधित सभी रिपोर्ट समय पर जमा करने के निर्देश दिए।
बानो प्रखंड में गुरु गोष्ठी का आयोजन शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर फोकस करने के लिए किया गया। इसमें विशेष रूप से ड्रॉपआउट बच्चों के पुनः नामांकन, छात्रवृत्ति योजनाओं की ऑनलाइन प्रक्रिया, और स्वास्थ्य जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। शिक्षक और प्राध्यापक इन दिशा-निर्देशों के अनुसार अपने-अपने विद्यालयों में कार्यान्वयन करेंगे।
ड्रॉपआउट बच्चों और छात्रवृत्ति योजनाओं पर विशेष चर्चा
गुरु गोष्ठी में यह निर्णय लिया गया कि ड्रॉपआउट बच्चों को विद्यालयों में पुनः नामांकित करने की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जाए। सावित्रीबाई फुले योजना के तहत आठवीं कक्षा से ऊपर के छात्रों के फॉर्म ऑनलाइन भरने का निर्देश दिया गया। शिक्षक प्राध्यापक सुनिश्चित करेंगे कि सभी योग्य छात्रों को लाभ मिले और छात्रवृत्ति वितरण में कोई बाधा न आए।
बीपीएम विकास कुमार ने कहा: “विद्यालय से संबंधित सभी रिपोर्ट समय पर जमा करना अनिवार्य है ताकि शिक्षा विभाग के उद्देश्यों को समय पर प्राप्त किया जा सके।”
कुष्ठ रोग पर स्वास्थ्य जागरूकता
कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो के डॉक्टरों ने कुष्ठ रोग के लक्षण और उसके उपचार के बारे में शिक्षकों को जानकारी दी। शिक्षकों से कहा गया कि अगर किसी छात्र या समुदाय के किसी व्यक्ति में कुष्ठ रोग के लक्षण दिखाई दें तो उन्हें तुरंत स्वास्थ्य केंद्र बानो में उपचार के लिए भेजा जाए। यह अभियान 10 नवंबर से 26 नवंबर 2025 तक चलेगा।
डॉ. मनोरंजन प्रसाद ने कहा: “समय पर रोग की पहचान और उपचार से गंभीर बीमारी को रोका जा सकता है। शिक्षक इसका महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।”
गुरु गोष्ठी में उपस्थित लोग
इस बैठक में बीआरपी, सीआरपी, रिसोर्स शिक्षक बालगोविन्द पटेल, स्मिथ कुमार सोनी, मनोज कुमार भगत, केदारनाथ सिंह, महावीर सोनी, तरुण कुमार, गजेंद्र प्रसाद, परमानंद ओहदार, रमेश साहू सहित सभी शिक्षक प्राध्यापक मौजूद थे। सभी ने मिलकर बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया।
न्यूज़ देखो: शिक्षा और स्वास्थ्य का सामंजस्य
बानो प्रखंड में गुरु गोष्ठी ने दिखाया कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में समन्वय से न केवल बच्चों का शैक्षणिक विकास संभव है बल्कि उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकती है। शिक्षक और स्वास्थ्य विभाग की सहभागिता समुदाय के समग्र विकास की दिशा में अहम कदम है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षक और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ सक्रिय सहभागिता अपनाएँ
शिक्षकों और स्वास्थ्यकर्मियों का यह समन्वय दिखाता है कि बच्चों के समग्र विकास के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। जागरूक बनें, समाज में शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्व को फैलाएँ। अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस खबर को स्कूल और समुदाय के अन्य सदस्यों तक पहुँचाएँ।




