
#घाघरा #जनकल्याण_शिविर : तकनीकी गड़बड़ी के कारण मैइया सम्मान योजना का ऑनलाइन लिंक नहीं खुला, दर्जनों महिलाएं घंटों लाइन में खड़ी रहीं।
- घाघरा पंचायत में ‘सरकार आपके द्वार’ शिविर आयोजित हुआ।
- मैइया सम्मान योजना का लिंक न खुलने से पंजीकरण प्रभावित हुआ।
- महिलाएं सुबह से विभिन्न काउंटरों पर लाइन में लगी रहीं।
- कार्यक्रम में गोद भराई, मुंहजूठी और पारंपरिक रस्में निभाई गईं।
- भूमि समस्या के लिए अलग काउंटर, बड़ी संख्या में आवेदन जमा।
- छह युवतियों को नि:शुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण पूरा करने पर प्रमाणपत्र मिला।
घाघरा पंचायत में आयोजित ‘सरकार आपके द्वार’ शिविर में रविवार को बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण सेवाओं का लाभ लेने पहुंचे। विशेषकर मैइया सम्मान योजना के पंजीकरण को लेकर महिलाओं का उत्साह स्पष्ट दिखा, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण ऑनलाइन लिंक नहीं खुलने से उनकी चिंता बढ़ती गई। कई महिलाएं सुबह से ही कतार में खड़ी थीं, परंतु लिंक बाधित रहने से फॉर्म प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी। इसके बावजूद शिविर में अबूवा आवास, मातृत्व से संबंधित रस्में, भूमि समस्याओं के निवारण और युवा कौशल विकास की गतिविधियों ने आयोजन को सक्रिय और सहभागिता-पूर्ण बनाया।
मैइया सम्मान योजना: तकनीकी गड़बड़ी से प्रभावित हुआ पंजीकरण
शिविर में सबसे अधिक भीड़ मैइया सम्मान योजना के काउंटर पर देखी गई। महिलाएं सुबह से ही पंजीकरण की उम्मीद लेकर पहुंची थीं, लेकिन ऑनलाइन लिंक न खुल पाने के कारण काम रुक गया। इससे लाभ से वंचित होने की आशंका को लेकर कई महिलाएं चिंतित नजर आईं। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकारी तकनीकी खामियों को जल्द दूर किया जाए ताकि पात्र लाभुकों को समय पर योजना का लाभ मिल सके।
पारंपरिक रस्में और मातृत्व सम्मान
शिविर के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए गोद भराई की पारंपरिक रस्म आयोजित की गई। साथ ही दो नवजात शिशुओं का मुंहजूठी कर उन्हें शुभकामनाएं दी गईं। महिलाओं ने इसे एक सकारात्मक और भावनात्मक क्षण बताया, जिसने शिविर को सहभागिता और सांस्कृतिक जुड़ाव से भर दिया।
भूमि विवाद समाधान के लिए विशेष काउंटर
ग्रामीणों की सुविधा के लिए भूमि से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु अलग प्रक्रिया काउंटर बनाया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण इस काउंटर पर पहुंचे और अपने आवेदन जमा किए। शिविर में विभागीय कर्मियों ने लोगों को विभिन्न योजनाओं, मापदंडों और प्रक्रियाओं की जानकारी भी प्रदान की।
कौशल विकास विभाग ने युवतियों को किया सम्मानित
कौशल विकास विभाग की ओर से छह युवतियों को नि:शुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण पूरा करने पर प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में कौशल विकास कार्यक्रमों के प्रति उत्साह और जागरूकता बढ़ती दिखी।
विभिन्न विभागों के स्टॉलों पर दी गई जानकारी
विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों पर योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई और आवेदन स्वीकार किए गए। आयोजन स्थल पर प्रखंड विकास पदाधिकारी दिनेश कुमार, अंचल अधिकारी सुशील कुमार, पंचायत मुखिया योगेंद्र भगत, प्रखंड प्रमुख सविता देवी, वार्ड सदस्य विपिन कुमार साहू सहित सभी वार्ड सदस्यों और विभागीय कर्मियों की उपस्थिति रही।

न्यूज़ देखो: जनसुविधा शिविरों में तकनीकी क्षमता सबसे बड़ी चुनौती
‘सरकार आपके द्वार’ शिविर ग्रामीणों के लिए राहत और सुविधा का माध्यम बनने का उद्देश्य रखता है, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण योजनाओं का लाभ रुकना गंभीर चिंता का विषय है। मैइया सम्मान योजना के पंजीकरण प्रभावित होने से यह साफ है कि व्यवस्था के तकनीकी ढांचे को मजबूत किए बिना ऐसे शिविरों का पूरा उद्देश्य अधूरा रहता है।
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तकनीक सुधरेगी तो योजनाओं का लाभ सचमुच “द्वार” तक पहुंचेगा
ग्रामीण जनता योजनाओं से लाभ पाने के लिए उम्मीदों के साथ शिविरों में आती है। अब समय है कि व्यवस्था तकनीकी बाधाओं को दूर कर इन उम्मीदों को पूरा करे। आप इस खबर पर अपनी राय साझा करें और इसे दूसरों तक पहुंचाएं ताकि समस्याओं का समाधान तेजी से हो सके।





