
#गिरिडीह #प्रेम_प्रसंग : देर रात प्रेमी युगल को ग्रामीणों ने पकड़ा तो सामाजिक मर्यादा निभाने के लिए मंदिर में कराई शादी
- देवरी थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में प्रेम प्रसंग से जुड़ी अनोखी घटना घटी।
- चतरो टिल्हेटोल निवासी ब्रह्मदेव राणा (21 वर्ष) पहुंचे थे अपनी प्रेमिका से मिलने।
- ग्रामीणों ने दोनों को साथ देखा तो परिजनों और पंचायत को दी सूचना।
- सामाजिक मर्यादा निभाने के लिए महादेव पहाड़ी मंदिर में शादी कराई गई।
- देवरी थाना के एसआई रिशु सिन्हा पहुंचे मौके पर लेकिन ग्रामीणों के दबाव में पीछे हटना पड़ा।
- पुलिस ने जांच शुरू की और स्थिति पर नजर बनाए रखी है।
गिरिडीह जिले के देवरी थाना क्षेत्र अंतर्गत फतेहपुर गांव में देर रात एक प्रेम प्रसंग ने विवाह का रूप ले लिया। जानकारी के अनुसार, चतरो टिल्हेटोल निवासी ब्रह्मदेव राणा, उम्र लगभग 21 वर्ष, अपनी प्रेमिका से मिलने उसके नए मकान पर पहुंचे थे। दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध होने की चर्चा थी, परंतु जब ग्रामीणों की नजर इन दोनों पर पड़ी तो पूरे इलाके में हंगामा मच गया।
ग्रामीणों ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग और प्रेमिका के परिजन मौके पर पहुंच गए। दोनों को साथ देखकर ग्रामीणों ने आपसी सहमति से तय किया कि स्थिति को बिगड़ने से बचाने और मर्यादा बनाए रखने का एकमात्र रास्ता विवाह है। इसके बाद सभी लोग पास स्थित महादेव पहाड़ी मंदिर की ओर गए, जहां ग्रामीणों की मौजूदगी में दोनों की विधिवत शादी कराई गई। इस विवाह को लेकर गांव में देर रात तक चर्चा बनी रही और लोगों ने इसे सामाजिक एकता का उदाहरण बताया।
एक ग्रामीण ने कहा: “हमने समाज की मर्यादा बनाए रखने और दोनों परिवारों की इज्जत बचाने के लिए शादी करवाना उचित समझा।”
पुलिस ने की मौके पर कार्रवाई की कोशिश
घटना की सूचना मिलने पर देवरी थाना के सब-इंस्पेक्टर रिशु सिन्हा अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने माहौल शांत कराने और दोनों पक्षों से बात करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों की भारी संख्या और आक्रोश को देखते हुए पुलिस को पीछे हटना पड़ा।
जांच में जुटी पुलिस
हालांकि, पुलिस ने घटना की पूरी जानकारी दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि वे ग्रामीणों के फैसले की समीक्षा करेंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को संवेदनशीलता के साथ सुलझाया जा सके। वर्तमान में स्थिति सामान्य है और दोनों परिवारों के बीच शांति बनी हुई है।
समाज में उठी चर्चा
इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में भी यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। कई लोग इसे सामाजिक परंपरा और नैतिक जिम्मेदारी से जोड़कर देख रहे हैं, तो कुछ इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मुद्दे के रूप में भी उठा रहे हैं।

न्यूज़ देखो: जब ग्रामीणों ने निभाई सामाजिक मर्यादा की जिम्मेदारी
यह घटना दिखाती है कि ग्रामीण समाज अब भी अपने मूल्यों और परंपराओं को बनाए रखने के लिए एकजुट रहता है। महादेव पहाड़ी मंदिर में हुई यह शादी जहां एक ओर सामाजिक मर्यादा की रक्षा का उदाहरण है, वहीं यह सवाल भी उठाती है कि आधुनिक समाज में प्रेम और विवाह को लेकर स्वीकृति की सीमाएं कितनी लचीली हैं।
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सामाजिक जिम्मेदारी और सम्मान का प्रतीक
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि गांवों में समाज की एकजुटता और परंपराओं का सम्मान अब भी जीवित है। प्रेम और संबंधों में समझदारी और संवेदनशीलता से लिया गया निर्णय कई विवादों को समाप्त कर सकता है।
अब समय है कि हम सब समाज में प्रेम, सम्मान और मर्यादा का संतुलन बनाए रखें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि जागरूकता और संवेदना दोनों फैले।




