
#गुमला #बच्चोंकास्वास्थ्य : सभी 460 मध्य विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संपूर्ण स्वास्थ्य जांच हेतु विशेष शिविरों की शुरुआत
- 460 मध्य विद्यालयों में पूरे दिसंबर माह स्वास्थ्य जाँच शिविर आयोजित होंगे।
- निर्देश उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित द्वारा जारी, शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग का संयुक्त संचालन।
- हीमोग्लोबिन, दृष्टि, दंत, ईएनटी, वजन-ऊँचाई, बीएमआई सहित व्यापक जांच की व्यवस्था।
- कुपोषण व रक्ताल्पता पाए जाने पर बच्चों को तुरंत उपचार व परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा।
- RBSK टीम, ANM, लैब टेक्नीशियन को प्रखंडवार विद्यालयों में भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित।
गुमला जिले में दिसंबर माह के दौरान सभी 460 मध्य विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य संरक्षण के उद्देश्य से विशेष स्वास्थ्य जाँच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सहयोग से यह विशेष अभियान प्रखंडवार निर्धारित तिथियों पर संचालित होगा। सभी प्रखंडों को शिविरों की सूची उपलब्ध कराई जा चुकी है और विद्यालय-स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है।
बच्चों की संपूर्ण स्वास्थ्य जाँच होगी
इन विशेष शिविरों का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक बच्चे के स्वास्थ्य का व्यापक मूल्यांकन सुनिश्चित करना है। शिविरों के दौरान—
- हीमोग्लोबिन जाँच
- दृष्टि परीक्षण
- दंत एवं नाक-कान-गला (ईएनटी) जांच
- वजन, ऊँचाई व बीएमआई आकलन
- आवश्यक लैब टेस्ट
जैसी सेवाएँ प्रदान की जाएँगी। यदि किसी बच्चे में कुपोषण या रक्ताल्पता जैसी समस्याएँ पाई जाती हैं, तो स्कूल परिसर में ही चिकित्सा परामर्श, दवा और आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा।
चिकित्सा टीमों की प्रखंडवार तैनाती
अभियान को सफल बनाने के लिए सभी रेफरल अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की ANM, लैब तकनीशियन, तथा RBSK मेडिकल टीमों को निर्धारित विद्यालयों में भेजा जाएगा। जिला प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि प्रत्येक बच्चे की समय पर और गुणवत्तापूर्ण जांच किसी भी परिस्थिति में सुनिश्चित होनी चाहिए।
अधिकारियों को मिले निर्देश
उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से समन्वय स्थापित करते हुए निर्धारित तिथियों पर शिविर का आयोजन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। साथ ही प्रतिदिन की गई कार्यवाही का विस्तृत प्रतिवेदन जिला प्रशासन को भेजना होगा।
बच्चों के भविष्य के लिए अहम कदम
उपायुक्त ने इस महत्वपूर्ण पहल के संबंध में कहा:
“बच्चों की सेहत मजबूत होगी तभी उनका भविष्य सुरक्षित होगा। स्वास्थ्य और शिक्षा एक-दूसरे से जुड़े हैं, इसलिए जिले के हर बच्चे की जांच और देखभाल हमारी प्राथमिकता है।”
उन्होंने आश्वस्त किया कि किसी भी बच्चे की शिक्षा और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ने दिया जाएगा।
अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे शिविरों की निर्धारित तिथियों पर अपने बच्चों की पूर्ण उपस्थिति सुनिश्चित करें, ताकि सभी विद्यार्थी इस सुविधा का लाभ उठा सकें और स्वस्थ जीवन की दिशा में आगे बढ़ सकें।
न्यूज़ देखो: बच्चों की सेहत पर प्रशासन का फोकस
गुमला जिला प्रशासन द्वारा शुरू किया गया यह अभियान ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के साथ बच्चों के स्वास्थ्य सूचकांकों को बेहतर बनाने की एक प्रभावी पहल है। इससे स्कूलों में उपस्थिती बढ़ेगी और अभिभावकों में भी स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बच्चों की सेहत—आपकी जिम्मेदारी, हमारा संकल्प
स्वास्थ्य शिविरों में अपने बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करें।
समुदाय में स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाएँ।
स्वस्थ बच्चा ही मजबूत समाज की नींव बनता है।
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