
#कुरडेग #शिक्षा_बैठक : विद्यालय और अभिभावकों के समन्वय से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर दिया गया जोर।
कुरडेग प्रखंड स्थित आरसी बालिका मध्य विद्यालय में सोमवार को विशेष अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विद्यालय के उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन को लेकर आयोजित इस बैठक में बड़ी संख्या में अभिभावकों की सहभागिता रही। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय, अभिभावक और शिक्षकों के बीच समन्वय मजबूत कर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करना रहा।
- आरसी बालिका मध्य विद्यालय, कुरडेग में विशेष अभिभावक शिक्षक बैठक आयोजित।
- मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा रहे उपस्थित।
- उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान।
- शिक्षकों, अभिभावकों व एसएमसी सदस्यों को शॉल ओढ़ाकर किया गया सम्मानित।
- शिक्षा में विद्यालय-अभिभावक समन्वय को और सशक्त बनाने पर दिया गया बल।
आरसी बालिका मध्य विद्यालय कुरडेग परिसर में आयोजित इस विशेष अभिभावक शिक्षक बैठक का माहौल उत्साहपूर्ण और प्रेरणादायी रहा। सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यालय के शैक्षणिक प्रदर्शन की सराहना के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में बड़ी संख्या में अभिभावकों की उपस्थिति ने यह स्पष्ट किया कि शिक्षा के प्रति समुदाय की रुचि और सहभागिता लगातार बढ़ रही है। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय प्रबंधन की ओर से सुनियोजित ढंग से किया गया।
बैठक की शुरुआत और उद्देश्य
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सिस्टर अनस्तसिया बिलुंग द्वारा स्वागत संबोधन के साथ की गई। उन्होंने सभी अतिथियों, अभिभावकों और शिक्षकों का स्वागत करते हुए विद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों की संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठकें न केवल विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करती हैं, बल्कि अभिभावकों को भी विद्यालय की गतिविधियों से जोड़ती हैं, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार संभव होता है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी का संबोधन
मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा ने अपने संबोधन में विशेष अभिभावक शिक्षक बैठक के महत्व को रेखांकित किया।
जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा ने कहा: “अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों में इस प्रकार की विशेष अभिभावक शिक्षक बैठकें आयोजित की जाती हैं, ताकि बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों और एसएमसी सदस्यों के योगदान को सम्मानित किया जा सके।”
उन्होंने विद्यालय के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, एसएमसी सदस्यों और अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा कि किसी भी विद्यालय की सफलता सामूहिक प्रयासों का परिणाम होती है। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय और अभिभावकों के बीच मजबूत समन्वय से ही विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास संभव है।
विद्यार्थियों और शिक्षकों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल पहनाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर विद्यार्थियों के चेहरे पर आत्मविश्वास और खुशी साफ झलक रही थी। वहीं, विद्यालय के शिक्षकों, अभिभावकों और एसएमसी सदस्यों को भी शॉल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह ने सभी हितधारकों को भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।
शिक्षा में अभिभावकों की भूमिका पर चर्चा
बैठक में इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि अभिभावकों की सक्रिय भूमिका से बच्चों की शिक्षा में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अभिभावकों से अपील की कि वे नियमित रूप से बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें, विद्यालय से संवाद बनाए रखें और बच्चों को अनुशासन व नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।
उपस्थित अधिकारी और शिक्षकगण
इस अवसर पर बीपीओ जया रश्मि, सीआरपी सामु बड़ाईक, प्रेम प्रकाश, लक्ष्मी बड़ाईक, सुरेश गुप्ता सहित विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
सामूहिक प्रयास से बेहतर भविष्य
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि सरकारी योजनाओं और विद्यालय स्तर पर किए जा रहे प्रयास तभी सफल होंगे, जब अभिभावक, शिक्षक और प्रशासन एकजुट होकर कार्य करेंगे। इस तरह की विशेष बैठकों से न केवल पारदर्शिता बढ़ती है, बल्कि विश्वास का वातावरण भी मजबूत होता है।
न्यूज़ देखो: शिक्षा में सहभागिता ही सफलता की कुंजी
आरसी बालिका मध्य विद्यालय कुरडेग में आयोजित यह विशेष अभिभावक शिक्षक बैठक शिक्षा व्यवस्था में सामूहिक सहभागिता का सशक्त उदाहरण है। इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि जब प्रशासन, विद्यालय और अभिभावक एक मंच पर आते हैं, तो बच्चों के भविष्य को नई दिशा मिलती है। सम्मान और प्रोत्साहन से विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ता है, जिसका सीधा असर शैक्षणिक परिणामों पर पड़ता है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस समन्वय को भविष्य में किस तरह और मजबूत किया जाता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सहभागिता से सशक्त शिक्षा की ओर एक कदम
शिक्षा केवल विद्यालय की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज का दायित्व है। जब अभिभावक, शिक्षक और प्रशासन मिलकर प्रयास करते हैं, तब बच्चों के सपनों को पंख मिलते हैं। ऐसी बैठकों से न केवल संवाद बढ़ता है, बल्कि शिक्षा के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी की भावना भी मजबूत होती है।





