
#रांची #छठ_पर्व : मधुकम तालाब में सेल्फी के दौरान दर्दनाक हादसा, प्रशासन ने की सतर्क रहने की अपील
- मधुकम तालाब में छठ पूजा के दौरान 12 वर्षीय बालक की डूबने से मौत।
- सेल्फी लेने के चक्कर में हुआ हादसा, गहरे पानी में जा गिरा बालक।
- स्थानीय लोगों और एनडीआरएफ टीम ने की बचाने की कोशिश, पर असफल रहे।
- घटना के बाद घाट पर अफरा-तफरी और मातम का माहौल।
- प्रशासन ने चेताया — छठ पर्व के दौरान गहरे पानी में न जाएं।
रांची के मधुकम तालाब स्थित छठ घाट पर सोमवार को छठ पूजा के पावन अवसर पर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। पूजा के दौरान एक 12 वर्षीय बालक सेल्फी लेते हुए गहरे पानी में जा गिरा और डूब गया। यह हादसा देखते ही घाट पर मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया।
मदद की कोशिशें नाकाम, एनडीआरएफ की टीम ने निकाला शव
घटना के तुरंत बाद आसपास मौजूद श्रद्धालुओं ने बच्चे को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ (NDRF) की टीम मौके पर पहुंची। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद टीम ने बालक का शव पानी से बाहर निकाला। इस दौरान घाट पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
छठ घाट पर मचा हड़कंप, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे के बाद मधुकम तालाब परिसर में अफरा-तफरी मच गई। श्रद्धालुओं में भय और शोक का माहौल देखने को मिला। बालक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि आसपास के लोग भी इस दुखद घटना से व्यथित हैं। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित किया और श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की।
स्थानीय लोगों के अनुसार: “लड़का अपने दोस्तों के साथ घाट किनारे फोटो ले रहा था। अचानक उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। जब तक लोग पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।”
प्रशासन ने दी चेतावनी, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई
घटना के बाद रांची जिला प्रशासन ने पूरे शहर के प्रमुख छठ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने कहा कि घाटों पर गोताखोरों की तैनाती, बैरिकेडिंग और सुरक्षा कर्मियों की निगरानी सुनिश्चित की जाएगी ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
अधिकारियों ने अपील की है कि लोग पूजा के दौरान सेल्फी या वीडियो बनाने के लिए जोखिम भरे स्थानों पर न जाएं, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
न्यूज़ देखो: श्रद्धा के साथ सावधानी भी जरूरी
छठ जैसे पवित्र पर्व में श्रद्धा के साथ-साथ सजगता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। यह हादसा हमें याद दिलाता है कि एक पल की लापरवाही से परिवार का संसार उजड़ सकता है। प्रशासन को घाटों पर सुरक्षा प्रबंधन को और प्रभावी बनाना चाहिए, वहीं श्रद्धालुओं को भी खुद जिम्मेदारी निभानी होगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
श्रद्धा में सावधानी, जीवन की सच्ची आरती
छठ का पर्व आस्था और समर्पण का प्रतीक है — लेकिन श्रद्धा के साथ सावधानी भी उतनी ही आवश्यक है। आइए, संकल्प लें कि पूजा के हर पल में सुरक्षा का ध्यान रखेंगे।
अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें, और दूसरों को भी सतर्क रहने की प्रेरणा दें ताकि अगली छठ पूजा खुशियों और सुरक्षा के साथ मनाई जा सके।




